केंद्रीय भूजल बोर्ड ने कार्यशाला का किया आयोजन, इन मुद्दों पर की चर्चा

Thursday, Mar 14, 2019 - 04:44 PM (IST)

धर्मशाला (निप्पी) : केन्द्रीय भू जल बोर्ड, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय की और से वीरवार को धर्मशाला में ‘‘देश के पहाड़ी क्षेत्रों में बसंत शेड विकास के माध्यम से जल सुरक्षा के लिए कायाकल्प’’ पर राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें भारत सरकार के केन्द्रीय भूजल बोर्ड, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय के सचिव यू.पी. सिंह ने बतौर मुख्यतिथि शिरकत कर कार्यशाला का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर प्राकृतिक जलस्रोतों को बचाने के लिए केंद्रीय भू जल बोर्ड ने चर्चा की।

हिमाचल में पानी के पुराने चश्मों को पुनर्जिवित करने को युद्धस्तर पर भी कार्य किया जाएगा। केंद्रीय भूजल बोर्ड ने प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण की दिशा में मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। वर्तमान में देश के दो राज्यों नागालैंड व सिक्किम में इस प्रोजेक्ट पर कार्य चल रहा है और इस प्रोजेक्ट में बोर्ड ने सफलता भी पाई है। अब प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण पर कार्य हिमाचल में भी किया जाएगा। इसमें प्रथम चरण में प्राकृतिक जल स्रोतों की रिपोर्ट तैयार करने व स्रोतों के संरक्षण के लिए नई तकनीक व तौर-तरीके भी बताए गए। यू.पी. सिंह ने कहा कि इस कार्यशाला का लाभ भविष्य में नई नीति बनाने में कारगर सिद्ध होगा।

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