हिमाचल में सस्ता हुआ सीमैंट, जानिए कितने घटे दाम

Sunday, Mar 08, 2020 - 11:22 PM (IST)

सोलन (नरेश पाल): प्रदेश सरकार के दबाव के बावजूद राज्य में सीमैंट केवल 2 रुपए सस्ता हुआ है। प्रदेश में एक माह जनवरी से फरवरी माह के बीच सीमैंट के 20 रुपए प्रति बैग दाम बढ़े। सरकार ने दाम कम करने के लिए सीमैंट उद्योगों पर जब दबाव बढ़ाया तो 2 रुपए सस्ता कर दिया। इसके कारण कई सवाल खड़े हो गए हैं। इससे संकेत मिल रहा है सरकार का सीमैंट कंपनियों के ऊपर नियंत्रण नहीं रहा है। प्रदेश में सबसे पहले 7 जनवरी को सीमैंट के 5 रुपए दाम बढ़ाए गए। लोग अभी इन बढ़े हुए दामों से उभर भी नहीं पाए थे कि प्रदेश में 11 जनवरी को सीमैंट 5 रुपए और महंगा हो गया।

सरकार ने भी इसका कड़ा संज्ञान लिया था तथा सीमैंट उद्योगों के अधिकारियों के साथ बैठक करने की बात कही थी ताकि सीमैंट के दामों को बढऩे से रोका जा सके। इसके बाद जनवरी महीने में सीमैंट के दामों में कोई वृद्धि नहीं हुई। इससे लगा कि सरकार के कड़े रुख का सीमैंट उद्योगों पर खासा असर हुआ है। इसी बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ-साथ सरकार के सभी मंत्री दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए देश की राजधानी दिल्ली चले गए। हिमाचल सरकार के दिल्ली में डेरा डालते ही सीमैंट उद्योगों ने 5 फरवरी को सीमैंट के सीधे 10 रुपए दाम बढ़ा दिए।

हैरानी की बात यह है कि प्रदेश में ही सीमैंट का उत्पादन हो रहा है लेकिन पड़ोसी राज्यों की तुलना में हिमाचल में सीमैंट सबसे महंगा बिक रहा है। प्रदेश के सभी जिलों में सीमैंट के दाम अलग-अलग हैं। सूत्रों का कहना है कि सीमैंट के तीसरी बार बढ़ाए गए दामों के बाद उद्योग मंत्री की अध्यक्षता में प्रदेश में स्थापित तीनों सीमैंट उद्योगों के अधिकारियों की बैठक हुई थी। इसमें उद्योगों को बढ़ाए गए सीमैंट के दामों को कम करने के सख्त निर्देश दिए गए थे।

यही नहीं, दामों को कम करने के लिए उनसे लिखित भी मांगा गया था। बताया तो यह भी जा रहा है कि इससे पूर्व भी सीमैंट उद्योगों के अधिकारियों के साथ उद्योग निदेशक की अध्यक्षता में बैठक हुई थी। इसमें सीमैंट उद्योगों ने दाम 3 रुपए प्रति बैग कम करने की हामी भी भर दी थी लेकिन इस पर बात नहीं बनी क्योंकि घटाई जा रही कीमत काफी कम थी। अब उद्योगों ने सीमैंट के दाम महज 2 रुपए ही घटाए हैं।

उद्योग विभाग शिमला के निदेश हंसराज शर्मा ने बताया कि सीमैंट उद्योगों से सीमैंट के कम किए गए दामों की लिखित रिपोर्ट मांगी गई है। सीमैंट उद्योगों को बढ़ाए गए दामों को कम करने के निर्देश दिए गए थे। यदि दाम कम नहीं करेंगे तो कार्रवाई की जाएगी। सीमैंट उद्योगों के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में उन्हें स्पष्ट कहा गया था कि बढ़ी हुई कीमतों को घटाना होगा।

Vijay