555 करोड़ की धोखाधड़ी से जुड़े मामले में CBI की कांगड़ा में दबिश

punjabkesari.in Friday, Mar 19, 2021 - 10:08 PM (IST)

शिमला (राक्टा): सीबीआई ने एक निजी कंपनी द्वारा विभिन्न बैंकों के साथ की गई 555.65 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी से जुड़े मामले में शुक्रवार को जिला कांगड़ा में दबिश दी। इस दौरान जांच एजैंसी को मौके से अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं। सीबीआई से मिली जानकारी के अनुसार मैसर्ज इंडियन टैक्नोमैटल कंपनी ने यूनियन बैंक सहित कई अन्यों बैंकों से करीब 555.65 करोड़ रुपए का लोन लिया था। आरोप है कि करोड़ों रु पए के लोन को लेकर बैंकों में फर्जी दस्तावेज जमा करवाए गए। ऐेसे में सीबीआई ने यूनियन बैंक इंडिया (पूर्व में कॉर्पोरेशन बैंक) नई दिल्ली से प्राप्त शिकायत के आधार पर मैसर्ज इंडियन टैक्नोमैटल कंपनी लिमिटेड, उसके 2 निदेशक राकेश कुमार शर्मा व विनय कुमार शर्मा व अज्ञात लोक सेवक सहित अन्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह केस दिल्ली में दर्ज किया गया है।

आरोप है कि उक्त निजी कंपनी ने अपने निदेशकों के माध्यम से अन्यों के साथ षड्यंत्र रचते हुए बैंकों के समूह जिसमें कॉर्पोरेशन बैंक (वर्तमान में यूनियन बैंक), स्टेट बैंक ऑफ  हैदराबाद (वर्तमान में स्टेट बैंक ऑफ  इंडिया), पंजाब नैशनल बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, यूको बैंक, सिंडिकेट बैंक, सैंट्रल बैंक ऑफ  इंडिया, केवी बैंक तथा जेएम फाइनांशियल एआरसी शामिल है, उनके साथ जाली दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की। इससे बैंकों के उक्त समूह को 555.65 करोड़रु पए की हानि पहुंची। ऐसे में सीबीआई ने केस दर्ज करने के बाद कंपनी के निदेशक विनय कुमार शर्मा के जिला कांगड़ा स्थित आवास में दबिश दी। इसके साथ ही मामले से जुड़े आरोपियों के अन्य ठिकानों पर भी दबिश दिए जाने की सूचना है।

टैक्नोमैक के बाद अब टैक्नोमैटल कंपनी

प्रदेश में सिरमौर जिला के पांवटा साहिब स्थित मैसर्ज इंडियन टैक्नोमैक कंपनी ने प्रदेश में 4,300 करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले को अंजाम दिया है। इसी कड़ी में अब मैसर्ज इंडियन टैक्नोमैटल नामक कंपनी का घोटाला सामने आया है। टैक्नोमैक कंपनी ने प्रदेश में करीब 4,300 करोड़ से अधिक के घोटाले को अंजाम दिया है। इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड राकेश शर्मा है, जो वर्तमान में दुबई में है और उसे भारत लाने के प्रयास जारी हैं। टैक्नोमैक कंपनी में भी विनय शर्मा ही निदेशक था। सीआईडीने प्रदेश में टैक्नोमैक कंपनी से जुड़े पूरे घोटाले को लेकर 2 मामले दर्ज किए हैं। इनमें एक बिजली बिल तो दूसरा करोड़ों रुपए के बैंक फ्रॉड व कर चोरी से जुड़ा है। दोनों ही मामलों को लेकर अदालत में चालान पेश किया जा चुका है। करीब 22 लोगों को आरोपी बनाया गया है।


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Content Writer

Vijay

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