लॉकअप हत्याकांड : CBI ने पेश किया चालान, पूर्व SP, IG समेत 9 पुलिस कर्मियों की बढ़ी न्यायिक हिरासत

Saturday, Nov 25, 2017 - 02:55 PM (IST)

शिमला: कोटखाई मामले से जुड़े सूरज लॉकअप हत्याकांड मामले में सीबीआई ने जिला अदालत में चालान पेश कर दिया है। 600 पन्नों के इस चालान में सीबीआई ने सूरज की हत्या मामले के सबूतों और साक्ष्यों को रखा है। इसी के साथ IG जैदी, SP शिमला रहे डी डब्ल्यू नेगी सहित 9 पुलिस वालों को जिला अदालत ने 2 सप्ताह की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अब सभी आरोपी 7 दिसम्बर तक न्यायिक हिरासत में रहेंगे।

पुलिसवालों के लिए परेशानी का कारण
सीबीआई के चालान पेश करने के बाद अब पुलिसवालों पर ट्रायल चलेगा, जिससे उनकी दिक्कतें बढ़ सकती हैं। वहीं, वॉयस सेंपल मामले में वकीलों का कोर्ट में पेश ना होना भी पुलिसवालों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। सीबीआई की चार्जशीट में 302, 12B, 348, 323, 326, 218 और 201 धाराओं के तहत मामला दर्ज है। सूरज के शरीर पर पुलिस द्वारा करवाए गए पोस्टमार्टम में 22 जख्म थे, जोकि सीबीआई द्वारा करवाए गए पोस्टमार्टम में 32 निकली। अधिकतर चोटें व जख्म बेल्ट और स्टिक के हैं। इसमें 50 से ज्यादा गवाह है।

29 अगस्त से हिरासत में चल रहे
इसके अलावा गुड़िया मामले में पकड़े गए 5 आरोपियों में से आशीष चौहान को छोड़कर कर चार अन्य गवाह है। उल्लेखनीय है कि आई जी जैदी सहित आठ पुलिसकर्मी 29 अगस्त से हिरासत में चल रहे है, जबकि एसपी शिमला रहे डी डब्ल्यू नेगी को 16 नवंबर को गिरफ्तार किया है। इस मामले में हिमाचल हाइकोर्ट में 30 नवंबर को सुनवाई रखी थी, लेकिन उससे पहले ही अब सीबीआई ने चालान पेश कर दिया है।

यह है मामला
बीते 4 जुलाई को स्कूल से घर वापस लौटते समय गुडिय़ा अचानक लापता हो गई थी तथा 6 जुलाई की सुबह उसका शव दांदी जंगल में पड़ा मिला। गुडिय़ा प्रकरण में सबसे पहले पुलिस ने जांच अमल में लाई थी। इसके बाद यह मामला एस.आई.टी. को सौंपा गया। इसके बाद एस.आई.टी. ने मामला सुलझाने का दावा करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया। इसी बीच यह केस सी.बी.आई. के सुपुर्द कर दिया गया लेकिन उससे पहले पुलिस लॉकअप में एक आरोपी सूरज की हत्या हो गई, ऐसे में सी.बी.आई. ने बीते 22 जुलाई को गुडिय़ा मर्डर और रेप केस तथा पुलिस लॉकअप हत्याकांड को लेकर अलग-अलग मामले दर्ज किए। गुडिय़ा मर्डर और रेप केस में अभी तक सी.बी.आई. कोई नई गिरफ्तारी नहीं कर पाई है।