Watch Video: वनरक्षक की मौत का मामला : सड़कों पर उतरे लोग, मांगी CBI जांच

Wednesday, Jun 14, 2017 - 06:58 PM (IST)

मंडी: वनरक्षक होशियार सिंह की मौत की जांच सी.बी.आई. से करवाने की मांग को लेकर सराज मंच ने परिजनों के साथ बुधवार को मंडी में प्रदर्शन किया तथा उसके बाद डी.सी. को ज्ञापन देकर इस मामले की सी.बी.आई. से जांच करवाने की मांग की है। सराज मंच के प्रधान कुंदन लाल की अगुवाई में सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों सांसद रामस्वरूप शर्मा, भाजपा विधायक जयराम ठाकुर, कांग्रेस मंडलाध्यक्ष जगदीश रैड्डी, पूर्व बी.डी.सी. अध्यक्ष एवं कांग्रेस पार्टी राजीव गांधी पंचायतीराज संघ के अध्यक्ष दलीप सिंह, हिमाचल किसान सभा के परस राम, माकपा नेता एवं जिप सदस्य महेंद्र राणा व सराज मंच के सचिव अधिवक्ता नरेंद्र कुमार आदि ने डी.सी. को दिए ज्ञापन में मांग की है कि होशियार सिंह की हत्या की जांच पुलिस से न करवाकर किसी अन्य एजैंसी से करवाई जाए। 



आई.पी.सी. की धारा 302 को बदल कर 306 लगा दी
विधायक जय राम ठाकुर ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में पहले आई.पी.सी. की धारा-302 को बदल कर 306 लगा दी। उन्होंने कहा कि इस मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि दोषियों को हिरासत में लेकर सजा दी जा सके। इसके अलावा होशियार सिंह को शहीद का दर्जा देने, वन रक्षकों को आधुनिक हथियार देने तथा उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी मांग की गई। डी.सी. संदीप कदम ने आश्वासन दिया कि इस मामले में सरकार पूरी गंभीरता से काम कर रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। 



मृतक के चाचा ने उठाए सवाल
मृतक वनरक्षक के चाचा परस राम ने कहा कि उसके साथी गार्ड का फोन उन्हें आया था कि वह ड्यूटी पर नहीं है, क्या घर पर है। उनके अनुसार होशियार की मौत पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार लाश मिलने से 48 घंटे पहले हुई थी। उन्होंने सवाल किया अगर ऐसा है तो वह 3 दिन पहले कहां था। लोगों ने आशंका जताई है कि कहीं उसका अपहरण करके जबरदस्ती जहर खिलाकर पेड़ पर तो नहीं लटका दिया गया था। परस राम के अलावा सुरेंद्र कुमार, लाल सिंह और हेतराम ने भी सुसाइड नोट को लेकर सवाल उठाए हैं। 



मीडिया के खिलाफ नारे लगाने पर मांगी सार्वजनिक माफी
सराज मंच व मृतक के परिजनों ने मीडिया के खिलाफ जंजैहली में शरारती तत्वों द्वारा नारे लगाने पर सार्वजनिक माफी मांगते हुए कहा कि ऐसा होना दुर्भाग्यपूर्ण है और सभी लोग मीडिया की रिपोर्टिंग से संतुष्ट हैं। मंच से 7 वक्ताओं ने माफी मांगते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद और विश्वास है कि इस मामले में मीडिया भ्रष्टाचारियों को बेनकाब करेगी और वनरक्षक होशियार सिंह के परिजनों को न्याय मिलेगा। 



मामले को लेकर एस.आई.टी. जांच शुरू
वहीं एस.पी. मंडी प्रेम कुमार ठाकुर ने कहा कि मामले को लेकर एस.आई.टी. जांच शुरू हो गई है जिसकी कमान एडीशनल एस.पी. कुलभूषण वर्मा को सौंपी गई है। सुसाइड नोट की लिखावट के नमूने एस.एफ.एल. लैब भेज दिए गए हैं जिसमें थोड़ा समय लगेगा।