सावधान! हिमाचल की इन 10 जीवनरक्षक दवाइयों के सैंपल हुए फेल

Friday, Feb 09, 2018 - 06:43 PM (IST)

सोलन: देश में 31 जीवन रक्षक दवाएं गुणवत्ता के मानकों पर खरी नहीं उतरी हैं। इन दवाओं के सैंपल फेल हो गए हैं। इसमें हिमाचल प्रदेश की 10 दवाएं भी शामिल हैं। केन्द्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सी.डी.एस.सी. ओ.) ने जनवरी माह का ड्रग अलर्ट जारी किया है। इसमें कुल 31 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं जिनमें दिल, बुखार, दर्द, गैस, उल्टी, दांतों, सर्दी जुकाम, शूगर, हड्डियों व कानों की दर्द इत्यादि की दवाएं शामिल हैं। ड्रग विभाग ने बाजार से इन दवाओं के संबंधित बैच के स्टॉक को रिकॉल किया है ताकि रोगियों को इन दवाओं के सेवन करने से बचाया जा सके।

31 में से 10 दवाओं का उत्पादन हिमाचल में
हैरानी की बात यह है कि 31 में से 10 दवाओं का उत्पादन हिमाचल प्रदेश में हो रहा है या यूं कहें जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए उनमें तीसरी दवा का उत्पादन प्रदेश में हो रहा है। पिछला इतिहास भी कुछ ऐसी ही कहानी बयान कर रहा है। सी.डी.एस.सी.ओ. द्वारा हर महीने यह ड्रग अलर्ट जारी किया जाता है। इसमें हिमाचल में उत्पादित हो रही दवाओं की संख्या काफी होती है। प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बी.बी.एन. में 7, मेहतपुर, कालाअम्ब व गगरेट के 1-1 उद्योग के सैंपल फेल हुए हैं।

इन दवाओं के सैंपल हुए फेल 
प्रदेश में 10 दवाओं के सैंपल फेल हुए है। इनमें मैसर्ज मैडीपोल फार्मास्यूटिकल भुड्ड बद्दी की डोक्सीलमाइन सुक्सीनेट का बैच नम्बर टी.डी.एक्स.वाई.-005, मैसर्ज अल्ट्रा ड्रग प्राइवेट लिमिटेड मानपुरा की क्लेवोगार्ड ड्राई सिरप का बैच नम्बर यूबीडी-7030बी, मैसर्ज स्पेन फार्मूलेशन प्राइवेट लिमिटेड मैहतपुर की नेलसाइड का बैच नम्बर टी. 698/16, मैसर्ज एफ्फीन फार्मूलेशन प्राइवेट लिमिटेड की डोमप्रो डी.टी. का बैच नम्बर एफ-टी1107, मैसर्ज अलट्राटेक फार्मास्यूटिकल टिपरा अस्सीफुर-500, मैसर्ज एडविन फार्मा कालाअम्ब की पैरासीन-650 का बैच नम्बर एटी.07-0798, पार्क फार्मास्यूटिकल कालूझिंडा की क्लोरेेक्साडाइन का बैच नम्बर के.आर. 2501, एच.एल. हैल्थकेयर गगरेट की ड्रैक्स्ट्रोमेथोरफन का बैच नम्बर बी.नम्बर एन.एल. 17040, मैसर्ज मैडीपोल फार्मास्यूटिकल भुड्ड की फ्लोकोनाजोल डिसपेरसीबल का बैच नम्बर टी.एफ.एल. 5-004 व अल्ट्राटैक फार्मास्यूटिकल टिपरा की विटामिन बी. का बैच नम्बर यू.एल.टी.-216 का सैंपल फेल हुआ है। 

दवा उद्योगों को नोटिस जारी 
राज्य दवा नियंत्रक बद्दी नवनीत मारवाह ने बताया कि प्रदेश में मौजूद उन सभी दवा उद्योगों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं जो मानकों पर खराब पाए गए हैं। प्रदेश की इन सभी उद्योगों से जवाब मांगा गया है और खराब बैच को रिकॉल कर उन्हें नष्ट करने के निर्देश जारी किए गए हैं। हिमाचल प्रदेश में राज्य की टीम व सी.डी.एस.सी.ओ. टीम भी ज्वांइट इंस्पैक्शन करती है। प्रदेश में बनी कुछ दवाएं तापमान के बढऩे व कम होने से भी खराब हो जाती हैं। हालांकि इस दिशा में दवा उद्योग मालिकों को उचित दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। प्रदेश के करीब 6 उद्योगों के यह दवा सैंपल फेल हैं।