सरकारी कामकाज में कई जगह रिकार्ड सहेजे जाने से फंसे कब्जाधारियों के छूटे पसीने

Sunday, Dec 02, 2018 - 12:58 PM (IST)

कुल्लू : सरकारी कामकाज में किसी भी रिकार्ड की एक से अधिक प्रतियां सहेजे जाने का प्रचलन पुराने समय से है। खासकर भू सौदों में यह प्रक्रिया नितांत आवश्यक भी है। भू सौदे 2 लोगों, 2 फर्मों, 2 कंपनियों या अन्य तरह के किन्हीं भी 2 पक्षों के मध्य होते हैं और सरकार भी किसी प्रोजैक्ट को धरातल पर उतारने के लिए निजी भूमि को मुआवजा देकर अधिगृहीत करती है। इसका रिकार्ड राजस्व विभाग द्वारा कई प्रतियों में विभक्त करके कई जगह सहेजा जाता है। रिकार्ड को सहेजे जाने की यही प्रक्रिया अवैध कब्जाधारियों के लिए गले की फांस भी बन रही है।

कब्जाधारियों के छूटे पसीने

कई बार किसी एक जगह रिकार्ड में कोई एक डिजिट भूलवश गलत लिखे जाने से संबंधित रिकार्ड पर असर पड़ रहा है जबकि अन्य प्रतियों में वह डिजिट सही लिखा होता है, इसलिए सभी प्रतियों का मिलान करके सही नतीजे पर पहुंचा जा सकता है। इन दिनों कुल्लू में कई अवैध कब्जाधारी किसी रिकार्ड की एक प्रति हासिल कर अधिकारियों को भी डरा-धमका रहे हैं। जब संबंधित रिकार्ड की अन्य सहेजी हुई तमाम प्रतियां मंगवाई जा रही हैं तो कब्जाधारियों के भी पसीने छूट रहे हैं। कुल्लू में पिछले दिनों 2 ऐसे मामले पकड़े भी गए हैं। इस तरह की ज्यादा समस्या राजस्व संबंधी मामलों में ही आ रही है। इससे अतिक्रमणकारियों को समय मिल रहा है और दूसरी ओर वे अधिकारियों, कर्मचारियों व न्यायालयों का भी समय बर्बाद कर रहे हैं।

अवैध कब्जों के खिलाफ सख्ती जरूरी

कुल्लू के बुद्धिजीवियों तिलक राज शर्मा, चमन लाल, पुरुषोतम शर्मा, लाल चंद शर्मा, एस.के. ठाकुर, मस्त राम व चुनी लाल शर्मा आदि ने कहा कि राजस्व रिकार्ड की एक से अधिक प्रतियां बनाना आम जनता व सरकार व्यवस्था के हित में है। अवैध कब्जों को लेकर विचाराधीन मामलों में भी तुरंत संबंधित रिकार्ड की सभी प्रतियों को अविलंब तलब किया जाना चाहिए। इससे मामलों के लंबे ङ्क्षखचने के बजाय तुरंत दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। कब्जाधारी कई बार जानबूझकर खामी वाले रिकार्ड की प्रति के दम पर सभी को उलझाते रहते हैं। 

kirti