NHM के तहत आयोजित CHO की परीक्षा पर अभ्यर्थियों ने उठाए सवाल, जानिए क्या है वजह

Sunday, Jan 19, 2020 - 07:12 PM (IST)

धर्मशाला (नृपजीत निप्पी): नैशनल हैल्थ मिशन (एनएचएम) के तहत आयोजित कम्युनिटी हैल्थ ऑफिसर (सीएचओ) की परीक्षा देने पहुंचे कुछ अभ्यर्थियों ने परीक्षा पर सवाल उठाए हैं। अभ्यर्थियों का आरोप है कि उन्हें घंटों परीक्षा के लिए बिठाए रखने के बाद रिजैक्ट करके बाहर भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि पहले एग्जाम के लिए बिठा लिया गया जबकि 2 से 3 घंटे बिठाने के बाद उन्हें यह कहकर बाहर भेज दिया गया कि आपके आवेदन रिजैक्ट हो गए हैं, ऐसे में दूर-दूर से परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि जिन अभ्यर्थियों ने सीएचओ पद हेतु आवेदन किया था, उनके डॉक्यूमैंट्स को भी मौके पर ही वैरिफाई किया गया जबकि यह काम पहले किया जाना चाहिए था। बता दें कि इस परीक्षा का आयोजन एचएलएल कंपनी द्वारा किया गया, जिसके लिए 1800 अभ्यर्थियों को कॉल लैटर जारी किए गए थे। रविवार को धर्मशाला में 450 अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचे थे।

कंपनी के एचआर सीनियर मैनेजर देवा ने कहा कि कम्यूनिटी हैल्थ ऑफिसर (सीएचओ) की परीक्षा के लिए योग्यता बीएससी नर्सिंग रखी गई थी और हाईकोर्ट के निर्देशानुसार बीएएमएस को भी अनुमति दी गई थी। सभी को कॉल लैटर जारी किए थे, आज कौन-कौन कॉल लैटर के साथ आया था हमारी टीम ने वैरिफाई किया। अभ्यर्थी को रिपोर्ट करने का समय साढ़े 9 बजे का दिया गया था, हमने किसी को भी रिजैक्ट नहीं किया है और एग्जाम एक बजे के लगभग शुरू किया गया।

हिमाचल इंटेग्रेटिड डॉक्टर्स एसोसिएशन (एचआईडीए) के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. भानु पठानिया ने कहा कि सीएचओ की परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों ने साढ़े 9 बजे परीक्षा भवन में प्रवेश कर लिया था जबकि एग्जाम डेढ़ बजे शुरू हुआ। कुछ अभ्यर्थियों को एग्जाम की अनुमति नहीं दी गई। कुछ अभ्यर्थियों को मेल नहीं आई थी, जिसकी जस्टीफिकेशन कंपनी के प्रतिनिधि नहीं दे पाए। हमारी सरकार से मांग है कि इसकी जांच की जाए और हमें न्याय मिलना चाहिए। कंपनी की ओर से अब टैक्नीकल इश्यू की बात कही जा रही है जबकि पहले कंपनी प्रतिनिधियों ने नहीं बताया।

Vijay