दसवीं के मुकाबलें बारहवीं की परीक्षा में परीक्षार्थी करते हैं अधिक नकल
Friday, Mar 12, 2021 - 11:07 AM (IST)
धर्मशाला (नवीन) : हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित की जाने वाली 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के स्कूल शिक्षा बोर्ड दावे तो करता हैं लेकिन बावजूद इसके नकल पर पूरी तरह लगाम नहीं लग पाई है। पिछले 3 सालों में बोर्ड तथा प्रशासन द्वारा बनाई गई विभिन्न टीमों ने बोर्ड परीक्षा के दौरान 10वीं में 1202 तथा 12वीं में 1595 परीक्षार्थियों को नकल करते पकड़ा है। 10वीं के मुकाबलें 12वीं की बोर्ड परीक्षा में परीक्षार्थी नकल करते अधिक पाए गए हैं। हालांकि नकल में पकड़े गए परीक्षार्थियों को अपना पक्ष रखने का मौका भी दिया जाता है लेकिन अधिकतर मामलों में बोर्ड परीक्षर्थियों के जबाव से संतुष्ट नहीं हुआ है जिस कारण परीक्षार्थियों को सजा दी गई है। कुछेक ही मामले होते हैं जिसमें परीक्षार्थी दोषमुक्त होते हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मार्च 2018 मिडल में 3, दसवीं में 674, 12वीं में 881 नकल के मामलों में सजा दी गई है। जून-2018 में 6, जमा-2 में 10, सितम्बर 2018 दसवीं में 38, जमा-2 में 9 मामलों में सजा दी गई है। जे.बी.टी. के 5 मामलों में परीक्षार्थी को सजा दी गई है। इसके अलावा सितम्बर 2018 में दसवीं में 38, जमा-2 में 9 मामलों में सजा दी गई है। वर्ष 2018 में बोर्ड द्वारा करवाई गई परीक्षाओं में कुल 1649 नकल के मामले सामने आए जिसमें 1626 मामलों में सजा तो 23 मामलों में परीक्षार्थी दोषमुक्त पाए गए। वर्ष 2019 में कुल 545 मामले नकल के आए हैं जिसमें 537 मामलों में सजा तो 8 मामले दोष मुक्त पाए गए हैं। मार्च-2019 में मिडल में 2, दसवीं में 164 व जमा-2 में 336, जून 2019 दसवीं में 8, जमा-2 में 4 मामलों में सजा दी गई है। सितम्बर-2019 में 17, जमा-2 में 5, डी.एल.एड. पार्ट-2 में एक मामले में परीक्षार्थी को सजा दी गई। जून-2020 में व सितम्बर 2020 में 35 नकलचियों को पकड़ा जिसमें 33 मामलों में सजा तो 2 मामले दोषमुक्त हुए हैं। जून-2020 में जे.बी.टी. में एक, सितम्बर 2020 में 26, जमा-2 में 6 परीक्षार्थियों को नकल करते पकड़ा गया तथा जिन्हें सजा दी गई।
मार्च-2020 में मिडिल, दसवीं व जमा-2 परीक्षा में 584 नकलचियों को पकड़ा गया लेकिन सभी मामले कोरोना महामारी के कारण दोषमुक्त कर दिए थे। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि बोर्ड परीक्षा के दौरान नकल रोकने के लिए बोर्ड प्रयास करता है। अधिकतर परीक्षा केंद्रों में सी.सी.टी.वी. लगाए गए हैं तथा विभिन्न उडनदस्ते बखूवी रुप से कार्य करते हैं।