सवालों के घेरे में विभिन्न ट्रेडों की भर्ती परीक्षा, अभ्यर्थियों ने तकनीकी शिक्षा बोर्ड पर जड़े ये आरोप

punjabkesari.in Tuesday, Nov 19, 2019 - 06:57 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): हिमाचल प्रदेश हिमाचल प्रदेश तकनीकी शिक्षा बोर्ड की ओर से अक्तूबर माह में धर्मशाला में ली गई विभिन्न ट्रेडों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा को लेकर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। परीक्षा में भाग लेने आए अभ्यर्थियों मंजू बाला और उसके पति कमल किशोर का कहना है कि बोर्ड की ओर से दस्तावेज सत्यापन के लिए ऐसे-ऐसे अभ्यर्थियों को बुला लिया गया है जोकि लिखित परीक्षा में गैर-हाजिर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर तकनीकी शिक्षा बोर्ड ने अपने चहेतों को ही नौकरी पर लगाना था तो यह लिखित परीक्षा का ड्रामा क्यों रचा गया और हजारों की तादाद में अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा के लिए धर्मशाला क्यों बुलाया गया।

अभ्यर्थियों को मलाल है कि जब भी कोई भर्ती तकनीकी शिक्षा बोर्ड की ओर से प्रशिक्षक पदों के लिए होती है तो हर बार इस तरह की लापरवाही और गड़बड़झाले के मामले सामने आते हैं जोकि बेरोजगारों के साथ सरेआम धोखा है। बेरोजगार अनुदेशकों ने आरोप लगाया है कि सरकार और तकनीकी शिक्षा निदेशालय तत्काल प्रभाव से विभिन्न ट्रेडों के लिए तकनीकी शिक्षा बोर्ड की ओर से ली गई लिखित परीक्षा को रद्द करे और नए सिरे से कमीशन के आधार पर या बैचवाइज आईटीआई पास आऊट प्रशिक्षकों की भर्ती हो। उन्होंने कहा कि इसमें धर्मशाला में विभिन्न ट्रेडों के लिए आयोजित लिखित परीक्षा के लिए बुलाए गए अभ्यर्थियों के बाद दस्तावेज के मूल्यांकन के लिए ऐसे-ऐसे अभ्यर्थियों को बुला लिया गया है जोकि लिफ्ट परीक्षा में गैर-हाजिर पाए गए हैं।

अभ्यर्थियों ने बताया कि पोस्ट कोड-102 में 2 अभ्यर्थी रोल नम्बर 102008 और 102088 के पास लिस्ट में नाम न होने के बाद भी डॉक्यूमैंट वैरिफिकेशन के लिए बुलाए गए और कोपा ट्रेड पोस्ट कोड 115 में भी पास लिस्ट में रोल नम्बर 115037 नहीं है और वैरिफिकेशन में इसको भी बुलाया गया है, साथ ही पोस्ट कोड 104 में भी रोल नम्बर 104002में धांधली की गई है। हर बार ये धांधली क्यों जो अभ्यर्थी परीक्षा नहीं दे रहे वो पास कैसे हो जाते हैं। इस पर कड़ी से कड़ी कारवाई  होनी चाहिए और जो अधिकारी बड़ी पोस्ट पर बैठे हैं वो ऐसी गलती बार-बार कैसे कर सकते हैं वो बेरोजगार अनुदेशकों से खिलवाड़ क्यों कर रहे हैं। इन ऑफिसर के खिलाफ भी सरकार को एक्शन लेना चाहिए। इस प्रकार की धांधली बार-बार होने पर सरकार को अनुदेशक भर्ती कमीशन और बैचवाइच करनी चाहिए ताकि बेरोजगार अनुदेशकों के साथ इस तरह का खिलवाड़ न हो सके।

उधर, तकनीकी शिक्षा निदेशालय सुंदरनगर के उपनिदेशक देवेंद्र राणा का कहना है कि यह परीक्षा तकनीकी शिक्षा बोर्ड धर्मशाला की ओर से ली गई है। अगर इस तरह की अनियमितता पाई गई है तो मामले की जांच की जाएगी। वहीं शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री सेवा संकल्प में भी शिकायत दर्ज करवा दी है, जिसकी संख्या 109269 है, जिसे संबंधित अधिकारी सचिव, एचपीटीएस बोर्ड धर्मशाला (01892222662) को भेज दिया गया है।


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Vijay

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