Watch Pics: कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाता है यह फल

Saturday, May 13, 2017 - 02:39 PM (IST)

मंडी (नीरज शर्मा): हिमाचल के जंगलों में पाए जाने वाले प्राकृतिक फल 'काफल' को लेकर लोगों में उत्सुकता देखी जा सकती है। बताया जाता है कि इस फल के लिए लोग वर्ष भर इंतजार करते हैं और मात्र 2 महीने ही इस फल को खाने का आनंद लिया जा सकता है। प्राकृतिक होने के साथ यह फल विभिन्न औषधीय गुणों से भरपूर है। साथ ही इसके स्वाद के लिए भी लोगों द्वारा इसे पसंद किया जाता है।


कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों की रोकथाम में भी सहायक
डॉक्टरों की मानें तो यह फल कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों की रोकथाम में भी सहायक सिद्ध होता है और गर्मी में लगने वाली लू के लिए भी काफी फायदेमंद है। हालांकि अभी तक यह फल जंगलों में ही पाया जाता है और ऊपरी क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीण इस पौष्टिक फल को कड़ी मेहनत करके लोगों को उपलब्ध करवाते हैं। जिला के लोग काफल को सेंधे नमक के साथ खाना पंसद करते हैं क्योंकि इससे इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है। काफल के बाहर एक रसीली परत होती है जबकि अंदर एक छोटी सी सख्त गुठली होती है। लेकिन इस फल को गुठली सहित खाया जाता है।


200 से 400 रुपए किलो बिक रहा काफल
ग्रामीणों को इस फल से अच्छी कमाई भी हो रही है। इस सीजन में काफल 200 से 400 रुपए किलो बिक रहा है जिससे सीजन के समय ग्रामीणों को इस जंगली फल के माध्यम से पार्ट टाइम काम भी उपलब्ध हो रहा है।

आई.आई.टी. कमांद में उगाया जा रहा है यह पौधा
आई.आई.टी. मंडी द्वारा कमांद में विकसित किए जा रहे वनस्पति उद्यान में इस जंगली फल के पेड़ को उगाया जा रहा है। जिसके माध्यम से जल्द ही इस फल का उद्यान विकसित होगा जोकि आई.आई.टी. मंडी की एक अनूठी पहल होगी।