चम्बा के लिए स्वीकृत एशियन डिवैल्पमैंट बैंक योजना रद्द, जानिए क्या है वजह

Thursday, Dec 27, 2018 - 10:08 PM (IST)

चम्बा: प्रदेश के पिछड़े जिला चम्बा के विकास को एक और झटका लगा है। धरोहरों के संरक्षण व पर्यटकों की सुविधा हेतु एशियन डिवैल्पमैंट बैंक द्वारा स्वीकृत 7 करोड़ रुपए का प्रोजैक्ट रद्द हो गया है, ऐसे में अब न तो जिला मुख्यालय में मौजूद ऐतिहासिक धरोहरों को संजोया व सहेजा जाएगा और न ही अब पक्काटाला-बालू सड़क को चौपहिया वाहनों हेतु बनाया जा सकेगा। वर्षों से नगर में पार्किंग निर्माण करने का मामला भी अब ठंडे बस्ते में पड़ गया है। इन सभी कार्यों को इस योजना के तहत 7 करोड़ रुपए की राशि से अंजाम दिया जाना था। इस पूरे मामले से अब फिर से जिला चम्बा के नेताओं की सक्रियता पर सवालिया निशान लग गया है।

नेता व अधिकारियों की खुली पोल

हैरान करने वाली बात है कि जिस परियोजना के आधार पर यहां के नेता व अधिकारी बड़े-बड़े दावे पिछले कई महीनों से कर रहे थे, उन सबकी पोल खुल कर सामने आ गई है। चम्बा नगर के लिए स्वीकृत हुई इस धनराशि को अब प्रदेश के किसी अन्य हिस्से में किसी अन्य परियोजनाओं पर खर्च किया जाएगा। लोकसभा चुनावों के चंद माह पूर्व जिला चम्बा को इस प्रकार का झटका मिलना नि:सन्देह जिला की राजनीति को नई दिशा देने का काम कर सकता है। पिछले कई महीनों से जो नेता इस योजना के माध्यम से चम्बा नगर के विकास की बातें कर रहे थे, उन्हें जनता के समक्ष अब जवाब देने में परेशानी पेश आ सकती है।

क्या रहा कारण

एशियन डिवैल्पमैंट बैंक के अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि इस परियोजना को अमलीजामा पहनाने के लिए 3-4 बार निविदा प्रक्रियाएं आयोजित की गईं लेकिन किसी भी ठेकेदार द्वारा इसके प्रति गंभीरता नहीं दिखाने के चलते हर बार आयोजित निविदा प्रक्रिया सफल नहीं हो पाई। इस बात को देखते हुए संबंधित विभाग व बैंक ने इस परियोजना को रद्द कर दिया है। नि:सन्देह जिला चम्बा जो कि अपने 1,000 वर्ष का सफर पूरा कर चुका है तो उसकी कई धरोहरों को अब उपेक्षा की दीमक चट करने लगी है, ऐसे में इस प्रोजैक्ट के रद्द होने के चलते चम्बा के विकास की उम्मीदें समाप्त हो गई हैं तो साथ ही इन धरोहरों के सुरक्षित रहने की आस भी अब करीब-करीब समाप्त हो गई है।

किन कार्यों को दिया जाना था अंजाम

इस परियोजना के तहत ऐतिहासिक चम्बा शहर में मौजूद धरोहरों की सुध ली जानी थी तो साथ ही उनके सौंदर्यीकरण को भी अंजाम दिया जाना था। इनमें रंगमहल, अखंड चंडी महल व चम्बा चौगान आदि शामिल थे, साथ ही 2 करोड़ रुपए की लागत से नगर के पार्किंग स्थल का निर्माण किया जाना था। 3 करोड़ रुपए की लागत से पक्काटाला-बालू सड़क मार्ग को चौपहिया वाहनों के लिए चौड़ा करना था, ऐसे में अब कुल मिलाकर ये सभी कार्य इस परियोजना के रद्द होने के चलते ठंडे बस्ते में पड़ गए है।

क्या कहते हैं ए.डी.बी. के अधिकारी

ए.डी.बी. अधिकारी शिमला प्रवीण गुप्ता ने बताय कि यह बात सही है कि चम्बा के लिए एशियन डिवेल्पमैंट बैंक के माध्यम से 7 करोड़ रुपए का जो प्रोजैक्ट स्वीकृत हुआ था, वह अक्तूबर माह में रद्द हो गया है। अब इस पैसे को प्रदेश में चल रहीं अन्य योजनाओं पर खर्च किया जाएगा।

Vijay