मंत्री वीरेंद्र कंवर बाेले- प्रदेश सरकार के 2 वर्ष पूरे होने पर शुरू होगी ये महत्वाकांक्षी योजना(Vid

Saturday, Dec 21, 2019 - 06:28 PM (IST)

बिलासपुर (मुकेश): ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार प्रदान करने की एक बेहद महत्वाकांक्षी योजना तैयार हो चुकी है। प्रदेश सरकार के 2 वर्ष पूरा होने के मौके पर 27 दिसम्बर को युवा कौशल योजना की शुरूआत केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष की जाएगी। इसके तहत किसी भी क्षेत्र में प्रशिक्षण लेने वाले युवा को 3 हजार रुपए और प्रशिक्षक को 1500 रुपए मासिक प्रदान किया जाएंगे। मंत्री ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में बताया कि प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कृतसंकल्प है। युवाओं को स्वरोजगार के अलावा कई ऐसी योजनाएं आरंभ की गई हैं, जिससे युवा आत्मनिर्भर हो सकते हैं।

उन्होंने प्रदेश सरकार के 2 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के मौके पर एक ऐसी ही महत्वाकांक्षी योजना आरंभ की जाएगी, जिससे युवा किसी भी क्षेत्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के दस्तकारों व शिल्पकारों का स्थान प्रवासी मजदूरों ने ले लिया है और मनरेगा के बाद तो यह रोजगार बिल्कुल ही समाप्त हो गया है। प्रदेश में हजारों की संख्या में युवक-युवतियां विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। सभी पढ़े-लिखे युवा सरकारी नौकरी ही चाहते हैं लेकिन यह संभव नहीं है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में बहुत से ऐसे युवा हैं जो आर्थिक कमजोरी के कारण अपने हुनर को प्रदर्शित नहीं कर पा रहे हैं, ऐसे में सरकार ने फैसला लिया है कि जो भी युवा शिल्पकारी, दस्तकारी, कुक, नाई, ब्यूटी पार्लर, लकड़ी के मिस्त्री, राज मिस्त्री, प्लंबर, वैल्डर, फिटर, इलैक्ट्रिशियन इत्यादि को अपने रोजगार का साधन बनाना चाहते हैं तो सरकार ऐसे युवाओं को प्रतिमाह 3 हजार रुपए भत्ता तो प्रदान करेगी ही, साथ ही जिस व्यक्ति से प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे, उसे भी सरकार प्रतिमाह 1500 रुपए भत्ता प्रदान करेगी।

मंत्री ने बताया कि युवाओं के चयन के लिए जिला स्तर पर डीसी, उद्योग महाप्रबंधक और खंड विकास अधिकारी की 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया जाएगा जो युवाओं को उनके पसंदीदा विषय के प्रशिक्षण के लिए ट्रेनिंग पर भेजेगी। उदाहरण के तौर पर यदि कोई युवा भोजन बनाने का प्रशिक्षण लेना चाहता है तो उसे किसी अच्छे होटल में भेजा जाएगा। 2 या 3 माह में जब वह स्वादिष्ट भोजन बनाने की विधियां सीख जाता है तो वह अपना रोजगार आरंभ करने के अलावा उसी होटल में नौकरी भी प्राप्त कर सकता है। प्रशिक्षण अवधि के दौरान युवक को 3 हजार रुपए और होटल मालिक को 1500 रुपए स्टाइपैंड प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एक प्रशिक्षण के पास 5 से अधिक प्रशिक्षु नहीं रखे जाएंगे।

Vijay