निगम कर्मियों ने निजी बस आप्रेटरों की कराया बढ़ाने की मांग का किया विरोध

Tuesday, Jun 26, 2018 - 10:53 AM (IST)

धर्मशाला(जिनेश): निजी बस आप्रेटरों द्वारा बाहरी राज्यों की तर्ज पर बस किराया बढ़ाने की मांग तर्कसंगत नहीं है। सरकार अगर निजी बस आप्रेटरों की किराया बढ़ाने की इस मांग को पूरा करती है, तो प्रदेश की जनता के साथ अन्याय होगा। यह बात सोमवार को धर्मशाला में हिमाचल पथ परिवहन निगम संयुक्त समन्वय समिति की आयोजित बैठक में निगम के कर्मचारी नेता रजनेश कुमार व प्रदीप बलोरिया ने कही।

उन्होंने निजी बस आप्रेटर की बस किराया बढ़ाने की मांग को गलत ठहराते हुए बताया कि वर्तमान में बस किराया पूरे भारत में हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक है और कुछ निजी आप्रेटर प्रदेश में बस किराया बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, जिसका परिवहन कर्मियों ने इसका कड़ा विरोध किया है। उन्होंने बताया कि यदि प्रदेश में अब ओर किराया बढ़ा दिया तो प्रदेश की जनता को भारी आर्थिक बोझ पड़ेगा। इतना ही नहीं बैठक में मार्च माह में कुछ निजी आप्रेटरों को ढांगू वाया पठानकोट रूट परमिट जारी किए जाने पर उसका विरोध निगम कर्मचारियों द्वारा किया गया।

रजनेश कुमार व प्रदीप बलोरिया ने बताया कि आज जिस तरीके से कुछ निजी बस आप्रेटरों को अवैध तरीके से रूट परमिटों के लाभ दिए जा रहे हैं, उससे निगम के अस्तिव का खतरा बन गया है, जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सोमवार को हुई बैठक में ये भी निर्णय लिया गया कि इस सारे मामले को परिवहन मंत्री व प्रदेश सरकार को अवगत करवाया जाएगा, ताकि बस आप्रेटरों द्वारा बस किराया बढ़ाए जाने की मांग को न मानते हुए प्रदेश की जनता को राहत प्रदान की जाए।

इसके साथ ही बैठक में आर.टी.ओ. कांगड़ा को लिखित पत्र भेजा गया है कि 15 दिनों के भीतर निगम कर्मियों के साथ बैठक करके उक्त समस्या का समाधान किया जाए, अन्यथा निगम कर्मचारियों को आंदोलन करने पर विवश होना पड़ेगा, जिसकी सारी जिम्मेदारी आर.टी.ओ. कांगड़ा की होगी। इस मौके पर निगम कर्मचारी तेज राम, अशोक कुमार, रावण राम, प्रीतमचंद, संजीव कुमार, रवि कांत, विनोद कुमार, पवन कुमा, सुनील, अवतार, बद्री, प्रहलाद, भरत ङ्क्षसह, सुभाष व अन्य कर्मचारी मुख्य रूप से उपस्थित रहे। 
 

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