अफसरशाही की सद्‌बुद्धि के लिए सैंकड़ों शिक्षकों का यज्ञ, ऐसे किया विरोध प्रदर्शन

Sunday, May 28, 2017 - 11:53 AM (IST)

शिमला: हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ ने शनिवार को विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इसमें सभी जिलों के सैंकड़ों शिक्षकों ने भाग लिया और अफसरशाही के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इससे पूर्व शिक्षकों ने चौड़ा मैदान में अम्बेदकर चौक में सद्बुद्धि यज्ञ किया। यह सद्बुद्धि यज्ञ सरकार के अफसरों के लिए किया गया। शिक्षकों का कहना था कि इससे सरकार में बैठे आला अधिकारियों को सद्बुद्धि आएगी। इसके बाद उन्होंने चौड़ा मैदान से विधानसभा तक रैली निकाली। विधानसभा के बाहर सैंकड़ों शिक्षकों ने धरना दिया। इस दौरान नेताओं ने वहां मौजूद शिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्हें सरकार व शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली से अवगत करवाया। उन्होंने सरकार की अफसरशाही को जमकर कोसा। नेताओं ने आरोप लगाया कि अफसरशाही सरकार को गुमराह करती है। शिक्षकों की मांगों की अनदेखी हो रही है। 


5 महीने बीतने के बाद भी नहीं लिया निर्णय
मुख्यमंत्री मांगों पर सहमति जताते हैं लेकिन अफसरशाही इसे अमलीजामा नहीं पहनाती। इसके अलावा संघ पूर्व में मुख्यमंत्री को सौंपे गए 21 सूत्रीय ज्ञापन से भी खफा है। उनका कहना है कि लगभग 5 महीने बीत गए लेकिन सरकार द्वारा इन मांगों पर कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है। पी.जी.टी. के स्थान पर प्रवक्ता का पदनाम बहाल करने, 26-4-2010 की अधिसूचना रद्द करने व टी.जी.टी. की वरिष्ठता मुख्याध्यापक पदोन्नत करने, आऊटसोर्स कर्मचारियों के लिए स्थायी नीति बनाने, प्रधानाचार्यों की नियमित पदोन्नति 4-9-14 टाइम स्केल के संदर्भ में 7-7-14 व 9-9-14 की अधिसूचना को रद्द करने, न्यू पैंशन स्कीम को बंद कर पुरानी पैंशन स्कीम बहाल करने की मांग शिक्षक संघ सरकार से कर रहा है।


अब 12 जून को कुल्लू में होगा धरना
विधानसभा का घेराव करने के बाद संघ अब जिला मुख्यालय में आंदोलन करेगा। 12 जून को कुल्लू, 24 जून को कांगड़ा, 3 जुलाई को सोलन, 15 जुलाई को मंडी, 24 जुलाई को ऊना, 5 अगस्त को चंबा, 14 अगस्त को बिलासपुर, 26 अगस्त को शिमला, 4 सितम्बर को सिरमौर, 16 सितम्बर को हमीरपुर, 25 सितम्बर को किन्नौर और 7 अक्तूबर को लाहौल-स्पीति में विरोध प्रदर्शन होगा। संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान का कहना है कि इसके बाद भी यदि सरकार का रवैया ऐसा ही रहा तो 14 अक्तूबर को हमीरपुर में संघ की बैठक होगी और आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।