भाई दूध में पानी चाहे मिला लो, कुछ और मत मिलाना

Friday, Jul 12, 2019 - 03:13 PM (IST)

कुल्लू (ब्यूरो): इन दिनों बाजार में कई नकली, मिलावटी खाद्य पदार्थ भी बिक रहे हैं। विभाग इनके सैंपल भी ले रहा है और कार्रवाई भी हो रही है। उसके बावजूद गोरखधंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोग भी सेहत को लेकर अलर्ट हो रहे हैं। कुछ महीने पहले ही स्वास्थ्य महकमे की असिस्टैंट कमिश्नर खाद्य सुरक्षा बबीता टंडन ने भुंतर में छापा मारकर नकली शहद की खेप पकड़ी थी। इस तरह के गोरखधंधों पर बढ़ती कार्रवाई को लेकर लोग भी अलर्ट हो रहे हैं। घर-घर जाकर दूध की सप्लाई करने वालों को लोग कह रहे हंै कि भाई दूध में चाहे पानी मिला लेना लेकिन कुछ और मत मिलाना। दूसरे प्रांतों में कई जगह नकली दूध की खेप पकड़ी जा रही है। नकली दूध को तैयार करने के नुस्खे भी दिखाए जा रहे हैं। इससे लोग अलर्ट हो रहे हैं।

सोडा, डिटरजैंट व अन्य कैमिकल्स के इस्तेमाल से कई लोग नकली दूध तैयार कर रहे हैं, जो सेहत के लिए घातक है। दूध का हल्का सा स्वाद देने के लिए 50 लीटर नकली दूध में 1-2 लीटर गाय या भैंस का दूध या डिब्बा बंद दूध मिलाया जा रहा है। ऐसा दूध बाजार में उतारकर गोरखधंधे से जुड़े लोग आम लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। कुल्लू, भुंतर और मनाली शहरों को लगघाटी, पीज क्षेत्र, खराहल इलाका व अन्य आसपास के क्षेत्रों से दूध की आपूर्ति हो रही है। डेयरी फार्म से भी पैकेट बंद दूध आ रहा है। स्थानीय स्तर पर दूध की आपूर्ति करने वाले लोगों को खरीददार यही कह रहे हैं कि भाई दूध में पानी चाहे मिला लेना, कुछ और मत मिलाना। इधर, इस नकली दूध को लेकर विभाग भी अलर्ट है और दूध के सैंपल लिए जाने की योजना बनाई गई है।

डर लगता है अब खाद्य पदार्थों की खरीददारी से भी

कुल्लू शहर की महिलाओं अंजना ठाकुर, सविता व विजय लक्ष्मी, भुंतर क्षेत्र से इंदिरा शर्मा, वंदना, अनीता शर्मा, रमा ठाकुर, कृष्णा, रक्षा शर्मा, नीतू शर्मा व रजनी शर्मा, मनाली क्षेत्र से तनु, अंजलि, सीमा शर्मा, लता ठाकुर व सुरक्षा ठाकुर आदि ने कहा कि नकली दूध की आपूर्ति से डर लग रहा है। अन्य मिलावटी खाद्य वस्तुओं की खरीददारी से भी लोग डर रहे हैं। कई बार तो पता ही नहीं चलता कि कौन-सी दाल पालिश की हुई है और कौन सी बिना कैमिकल्स के बिक्री के लिए रखी हुई है। इन महिलाओं का कहना है कि हम तो दूध की आपूर्ति वाले को भी यही कहते हैं कि दूध में चाहे पानी मिला लेना लेकिन कुछ और मत मिलाना।
 

Ekta