BRO की कड़ी मेहनत के बाद पर्यटकों के लिए खुला रोहतांग, लोगों को मिली राहत

Tuesday, May 09, 2017 - 03:42 PM (IST)

मनाली: बीआरओ की कड़ी मेहनत के बाद कुल्लू को लाहौल से जोड़ने वाला रोहतांग दर्रा वाहनों के लिए खुल गया है। 3 मई की रात बर्फबारी, हिमस्खलन और भूस्खलन होने से मनाली-केलांग मार्ग अवरुद्ध हो गया था। जिससे रोहतांग दर्रे को आर-पार करने वालों की दिक्कतें बढ़ गई थीं। लोग पैदल सफर करने को मजबूर थे। इस बीच लाहौल में दुर्घटना का शिकार हुए चालक का शव भी पुलिस व रैस्क्यू टीम को मीलों कंधे में उठाकर दर्रे के पार करना पड़ा।


6 दिन मार्ग के अवरुद्ध रहने से लोगों की दिक्कतें बढ़ी
सोमवार को बी.आर.ओ. के जवानों ने दर्रे के दोनों छोर को जोड़ दिया। सड़क में बर्फीली हवा से 3 फुट तक बर्फ जमा हो गई थी जिसे भी हटाना पड़ा है। लगातार 6 दिन मार्ग के अवरुद्ध रहने से लाहौल आने-जाने वाले लोगों की दिक्कतें बढ़ गई थीं लेकिन अब वाहनों के लिए दर्रे के बहाल हो जाने से सभी राहगीरों को राहत मिल गई है। सोमवार को दर्जनों वाहन मनाली से लाहौल गए जबकि लाहौल की ओर से भी भारी संख्या में वाहनों ने मनाली का रुख किया। कोकसर बचाव दल के प्रभारी लुदर चन्द ने बताया कि रोहतांग दर्रे के बहाल होने से दर्जनों वाहनों ने दर्रे को आर-पार किया।


बर्फबारी से अवरुद्ध चल रहे रोहतांग को बी.आर.ओ. ने किया बहाल
सीमा सड़क संगठन के कमांडर लैफ्टिनैंट कर्नल मयंक मेहता ने कहा कि बर्फबारी से अवरुद्ध चल रहे रोहतांग को बी.आर.ओ. ने वाहनों के लिए बहाल कर दिया है। उन्होंने कहा कि वाहनों की आवाजाही तो शुरू हो गई है। उल्लेखनीय है कि बीआरओ ने 28 अप्रैल को राेहतांग बहाल कर दिया था और 3 मई से बस सेवा भी शुरू हो गई थी, लेकिन दो दिनो बाद ही बर्फबारी के कारण राहलाफाल से लेकर व्यासनाला तक जगह-जगह भूस्खलन होने से मार्ग बंद हो गया था। बर्फीली हवा चलने के बाद भी बीआरओ ने सोमवार को छोटे वाहन के लिए बहाल कर दिया है।