यहां Glacier गिरने से पुल ध्वस्त, अभिभावकों ने जान जोखिम में डाल School पहुंचाए बच्चे

Monday, Mar 04, 2019 - 04:48 PM (IST)

केलांग: जिला लाहौल-स्पीति के उदयपुर उपमंडल से 20 किलोमीटर दूर मयाड़ घाटी के करपट नाले के ऊपर बना पुल ग्लेशियर ने धराशायी कर दिया है। सोमवार को चिमरट गांव से बर्फ  के बीच कई हिमखंडों को लांघ कर पैदल उदयपुर पहुंचे जगदीश, दलीप और दौलत ने जानकारी दी कि करपट पुल ध्वस्त हो गया है तथा संपूर्ण मयाड़ घाटी में 7 फुट तक बर्फ गिरी है और गत 2 महीने से न बिजली है और न ही तिंगरेट दूरभाष टावर काम कर रहा है। लोग गत 2 महीनों से अपने परिजनों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। बिजली के खंभे और तारें जगह-जगह पर टूटी हैं। बिजली न होने से बोर्ड की परीक्षा देने वाले बच्चों को काफी परेशानी हो रही है।

8 घंटे पैदल चल कर उदयपुर पहुंचाए स्कूली बच्चे

उन्होंने बताया कि 18 लोगों की टीम 10 स्कूली बच्चों को लेकर उनके अभिभावकों के साथ जान जोखिम में डाल कर रविवार को 8 घंटे पैदल चल कर उदयपुर पहुंची ताकि उनके बच्चे 6 मार्च से शुरू हो रहे बोर्ड की परीक्षा में इम्तिहान दे सकें। दलीप ने बताया कि तमलू गांव के पास भी बहुत बड़ा हिमखंड गिरा है लेकिन गांववासी बाल-बाल बच गए हंै। उन्होंने कहा कि छालिंग गांव के सामने पहाड़ी से गिरे बर्फानी बवंडर ने गांव में लोगों के घरों की छतों पर से घास के कोठों को हवा में उड़ा दिया है। रुबलिंग के पास भी हिमखंड गिरा है, लेकिन कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ है।

बर्फ पिघला कर पानी पीने को मजबूर हुए लोग

दलीप ने बताया कि पूरी मयाड़ घाटी में पीने के पानी की भारी किल्लत है और लोग बर्फ  को पिघला कर पानी पीने को मजबूर हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मयाड़ के नवोदय विद्यालय में पढऩे वाले 6 विद्यार्थी भी तिंगरेट हैलीपैड में हैलीकॉप्टर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं लेकिन हवाई उड़ान नहीं होने से परेशान हैं।

सड़क खुलने पर ही होगा नुक्सान का आकलन

लोक निर्माण विभाग चिनाब वैली डिवीजन उदयपुर के सहायक अभियंता अनूप शर्मा ने लोकल सोॢसज के हवाले से करपट पुल क्षतिग्रस्त होने की पुष्टि की है। अनूप ने बताया कि जब सड़क खुलेगी तभी सही नुक्सान का आकलन संभव होगा।

Vijay