बैजनाथ में 41 पंचायतों में BPL से बाहर होंगे 2937 परिवार

Wednesday, Nov 21, 2018 - 11:33 AM (IST)

पपरोला (गौरव): फर्जी गरीबों को बी.पी.एल. परिवारों की सूची से बाहर करने की मुहिम अब अंतिम चरण पर है। बैजनाथ प्रशासन की ओर से करवाए गए सर्वे में 48 में से 41 पंचायतों में सर्वे पूरा हो चुका है। जानकारी मिली है कि बैजनाथ की 41 पंचायतों में हुए सर्वेक्षण में पूर्व में डाले गए लगभग 3832 बी.पी.एल. परिवारों में से 2937 परिवार अपात्र पाए गए हैं जबकि अब 895 परिवार ही बी.पी.एल. के लिए पात्र पाए गए हैं जबकि 7 पंचायतों में सर्वे होना शेष रहा है। सूत्रों की मानें तो एस.डी.एम. बैजनाथ द्वारा करवाए गए इस सर्वेक्षण को लेकर प्रदेश का यह अब तक का सबसे बड़ा खुलासा होगा। जानकारी मिली है कि एस.डी.एम. द्वारा करवाए गए सर्वे के बाद सामने आई रिपोर्ट पर अब विकास खंड अधिकारी भी अपनी मुहर लगाने वाले हैं। 

उल्लेखनीय है कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा फरवरी से अपै्रल तक 100 दिनों की कार्य योजना के तहत बी.पी.एल. परिवारों का चयन होना था, जिसमें अपात्र लोगों को बाहर कर पात्र परिवारों का चयन होना था। इसी कड़ी के चलते बैजनाथ के एस.डी.एम. को फर्जी बी.पी.एल. परिवारों की सभी पंचायतों से लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद एस.डी.एम. ने 4 सदस्यीय कमेटी का गठन कर विकास खंड की सभी पंचायतों में सर्वेक्षण करवाया था, जिसकी रिपोर्ट में ये बड़ा खुलासा हुआ है। ऐसे में तय है कि अब जल्द ही सैंकड़ों फर्जी गरीब परिवार गरीबों को नहीं मार सकेंगे तथा जुलाई में सरकार की अधिसूचना के बाद अगले वर्ष अपै्रल माह में अब दोबारा बी.पी.एल. परिवारों की समीक्षा होगी। 

चयन संबंधित शिकायतों के बाद गठित की थी सर्वे टीम : एस.डी.एम.
बैजनाथ के एस.डी.एम. विकास शुक्ला ने बताया कि उनके पास बी.पी.एल. में गलत परिवारों के चयन संबंधित शिकायतें आई थीं जिसके बाद 4 सदस्यीय टीम जिसमें पंचायत सचिव, पटवारी, आंगनबाड़ी सुपरवाइजर व डिपो होल्डरों की टीम द्वारा सर्वे किया गया था, जिसमें ये परिवार अपात्र पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस सर्वे को करवाने का उद्देश्य मात्र  परिवारों को उनका हक दिलवाना रहा है। 

ये है अपात्रों का पंचायतवार आंकड़ा  
विकास खंड की 41 पंचायतों में नरघोड चौबू में 57 बी.पी.एल. परिवारों में से 48 परिवार अपात्र पाए गए हैं। इसके अलावा मझौटी में 34, फटाहर में 76, भट्टू पंजाला में 74 परिवार, कंदराल में 49, हरेड़ में 72, कुंसल में 133 परिवार, धरेड़ में 99 परिवार, महालपट्ट में 120, क्योरी में 33 परिवार, धानग में 87, सेहल में 60 परिवार, पोङ्क्षलग में 37, भेठ झिकली में 49, बंडियां में 136, खडानाल में 106, गुनेहड़ में 111, घोडपीठ में 64, चौगान में 25, दयोल में 98, धरमाण में 37, बीड़ में 24, गदियाड़ा में 36, अवैरी में 106, मझैरना में 72, चौबीन में 124, कोठी में 89, सुनपुर में 25, टिक्करी डूहकी में 33, वही में 110, रजेहड़ में 20, संसाल में 102, कुदैल में 179, स्वाड में 63, लुआई में 58, मंढेड में 91, बड़ा भंगाल में 37 परिवार, सकड़ी में 106, महाकाल में 74 परिवार, कोठी कोहड़ में 19 परिवार व मुल्थान में 21 परिवारों के अपात्र होने का खुलासा सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक हुआ है।  
 

Ekta