अब महिला अध्यापकों के नियंत्रण वाले परीक्षा केंद्र बनाएगा Board, इस बैठक में लिया यह फैसला

Thursday, Jan 17, 2019 - 10:40 AM (IST)

धर्मशाला (जिनेश): बोर्ड उपमंडलीय स्तर पर ऐसे परीक्षा केंद्र बनाने का प्रयास करेगा जिसका नियंत्रण पूर्णत: महिला अध्यापकों के पास ही होगा उक्त निर्णय प्रदेश स्कूल प्राध्यापक संघ की बैठक में बोर्ड अध्यक्ष ने लिया गया। बैठक की अध्यक्षता बोर्ड के अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार सोनी ने की। बैठक में बोर्ड के सचिव डा. हरीश गजू भी उपस्थित थे। अध्यक्ष ने अध्यापकों के द्वारा उठाए गए मुद्दों पर गहन चिंतन किया। बैठक में केंद्र अधीक्षकों, उपाधीक्षकों और समन्वयकों का पारिश्रमिक बढ़ाने, पेपर चैकिंग में नियुक्त मुख्य परीक्षकों, उपपरीक्षकों तथा सहायक निरीक्षकों के परिश्रमिक को बढ़ाने तथा पुनर्मूल्यांकन और पेपर सैटिंग का पारिश्रमिक बढ़ाने बारे चर्चा की गई।

मौके पर ही 80 से 90 प्रतिशत पारिश्रमिक
इसके अतिरिक्त पेपर सैटिंग के पारिश्रामिक को बढ़ाने की भी घोषणा की गई तथा स्थल मूल्यांकन केंद्रों तथा परीक्षा केंद्रों में तैनात स्टाफ की मौके पर ही 80 से 90 प्रतिशत पारिश्रमिक तथा यात्रा भत्ता का भुगतान करने की घोषणा की। बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि आगामी सत्र से लेखा संबंधी बिलों का निपटारा विषय का मूल्यांकन समाप्त होने के लिए एक सप्ताह के भीतर कर दिया जाएगा। सरकार के निर्णय के अनुसार प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एन.सी.ई.आर.टी. की पाठ्यपुस्तकों को यथावत अपनाया गया है। बैठक में चर्चा की गई है कि बोर्ड द्वारा प्रधानाचार्य/ मुख्याध्यापक/ वरिष्ठ प्राध्यापकों की अध्यक्षता में उडऩदस्तों का गठन किया जाता है।

इस बार उड़नदस्तों का गठन उपनिदेशकों, उच्च शिक्षा के माध्यम से करवाए जाने का विचार किया जा रहा है। वर्तमान में नवमीं कक्षा के गणित व विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विषयों में तथा जमा-एक कक्षा के फिजिक्स, कैमिस्ट्री, बायोलॉजी और मैथ विषयों में पी.आई.एस.ए. के अंतर्गत 20 प्रतिशत प्रश्न एम.सी.क्यू. के प्रश्न पूछे जा रहे हैं तथा जमा-१ तथा जमा-2 कक्षाओं के पहले से ही उपरोक्त के अतिरिक्त 10 प्रतिशत प्रश्न एम.सी.क्यू. के पूछे जा रहे हैं। बैठक में केसर सिंह, संजीव कुमार व विकास कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।

 

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