बोर्ड की गलती का खामियाजा भुगतेंगे छात्र, परिणाम में होगी देरी

Wednesday, Mar 29, 2017 - 01:09 PM (IST)

मंडी (नीरज शर्मा): वोकेशनल कोर्स वाले स्कूलों में बच्चों को अपने वार्षिक रिजल्ट के लिए देर शाम तक इंतजार करना पड़ सकता है। हिमाचल में ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि 31 मार्च को 9वीं कक्षा का रिजल्ट सुबह के बजाय शाम को सुनाया जाएगा। राज्य के ग्रीष्मकालीन स्कूलों में 1 अप्रैल से नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो जाता है, यही कारण है कि 31 मार्च को सुबह 11 बजे से पहले कक्षा एक से लेकर 9 और 11वीं का परिणाम घोषित कर दिया जाता है। अगर इस दिन को अवकाश हो तो यह परिणाम एक दिन पहले ही घोषित कर दिया जाता है। 


कुछ कोर्स की प्रैक्टिकल की तारीख 31 मार्च
हिमाचल में 950 स्कूल हैं, जहां पर यह कोर्स करवाए जाते हैं। जिनमें से मंडी जिला के स्कूलों की संख्या 137 है। लेकिन जिला के 29 स्कूल ऐसे हैं, जहां पर करवाए जाने वाले कुछ कोर्स की प्रैक्टिकल की तारीख 31 मार्च को निर्धारित की गई है। सर्व शिक्षा अभियान की जिला परियोजना अधिकारी हेमंत शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इस दिन रिटेल, सिक्योरिटी, आईटीएफएस, एग्रीकल्चर, ऑटो, बीएफएसआई और टेलिकॉम विषयों के प्रैक्टिकल होने हैं। इन प्रैक्टिकल के बाद तुरंत प्रभाव से रिजल्ट बनाने का कार्य शुरू होगा। 


बोर्ड ने यहां पर कर दी यह गलती
बोर्ड ने यहां पर यह गलती कर दी कि नैशनल स्किल क्वालिटी फ्रेम वर्क (एनएसक्यूएफ) को 25 से 31 के बीच की तारीखें तय करने का शैडयूल भेजा गया, जिसमें एनएसक्यूएफ ने 31 मार्च को भी कुछ विषयों के प्रैक्टिकल निर्धारित कर दिए। गौर करने वाली बात यह भी है कि जिन स्कूलों में यह कोर्स नहीं हैं या इस कोर्स के प्रैक्टिकल हो चुके हैं। वहां पर परिणाम सुबह के समय ही घोषित कर दिया जाएगा।