जानिए क्यों बोर्ड की परीक्षाओं को आगे सरकाने की अध्यापकों ने की मांग

Wednesday, Feb 27, 2019 - 02:40 PM (IST)

चम्बा (विनोद): पांगी घाटी में बर्फ की मौजूदगी के साथ वहां के हालातों को देखते हुए बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं निर्धारित तिथि से आगे सरकाई जाएं ताकि बच्चों के साथ-साथ अध्यापकों को खतरा उठाने के लिए मजबूर न होना पड़े। मंगलवार को डी.सी. चम्बा से पांगी में कार्यरत अध्यापकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात करने के दौरान यह बात कही। प्रतिनिधिमंडल में शामिल अध्यापक संजीव, अनूप धर्माणी, नरेंद्र कुमार, देवीशरण व राजेंद्र ने बताया कि पांगी घाटी में कार्यरत करीब 20 से 30 अध्यापक छुट्टियों के चलते पांगी से बाहर आए हुए थे लेकिन अब चूंकि 27 से पांगी में स्कूल खुल रहे हैं लेकिन अध्यापक पांगी पहुंचने में सफल नहीं हो पा रहे हैं। 

इसकी वजह यह है कि पांगी के लिए पिछले एक माह से हवाई उड़ान खराब मौसम होने की वजह से नहीं हो पाई है तो दूसरी तरफ पांगी में बर्फबारी का दौर जारी है। चूंकि घाटी मुख्यालय में ही 4 से 5 फीट बर्फ मौजूद है तो घाटी के दूरस्थ परीक्षा केंद्रों में कितनी बर्फ होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हैलीकॉप्टर के माध्यम से पांगी मुख्यालय किलाड़ में तो परीक्षा सामग्री पहुंचा दी जाएगी लेकिन वहां से घाटी के अन्य परीक्षा केंद्र बहुत दूर हैं, जिनमें से कुछ की दूरी तो 30 से 35 किलोमीटर के बीच है। यही नहीं, पांगी के कई बच्चों को 3 से 4 किलोमीटर की दूरी तय करके परीक्षा केंद्र पहुंचा पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि पांगी में भारी बर्फबारी की वजह से अक्सर ग्लेशियरों के गिरने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में पांगी की तमाम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए जहां बोर्ड की वार्षिक परीक्षाओं के कम से कम 2 पेपरों की निर्धारित तारीखों को आगे सरका दिया जाए तो साथ ही चम्बा में फंसे पांगी के अध्यापकों को जिला मुख्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने की व्यवस्था की जाए।

Ekta