लकड़ी चोरी मामले में BO-Forest Guard सस्पैंड, ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट का Notice

Monday, May 21, 2018 - 08:38 PM (IST)

हमीरपुर: जब बाड़ ही खेती को खाना शुरू कर दे तो दूसरों को क्या कहना। ऐसा ही मामला जिला मुख्यालय हमीरपुर में सामने आया है, जहां वन निगम की वन संपदा हेराफेरी कर चोरी हो गई। वन निगम के कर्मचारियों के कथित सहयोग से निगम के श्रम आपूॢत मेट ने ही इस कारनामे को अंजाम दे डाला। शिकायत के बाद अब इस लकड़ी चोरी आदि के मामले में निगम के 2 कर्मचारियों पर गाज गिरी है, जिसमें सक्षम प्राधिकारी ने निजी लॉट नंबर 66/16-17/ हमीरपुर के लॉट प्रभारी कुशल चंद टिंबर वाचर (फोरैस्ट गार्ड) व कश्मीर सिंह उप-वनरजिक  (बी.ओ.) हमीरपुर को निलंबित कर इनका मुख्यालय क्रमश: बिलासपुर व बड़सर निर्धारित किया है जबकि संबंधित श्रम आपूॢत मेट को ब्लैक लिस्ट करने का नोटिस दिया है।


विभिन्न प्रजातियों के 168 पेड़ों की हुई थी मार्किंग
शिकायत करने पर तथा सूचना का अधिकार अधिनियम-2005 से सूचना प्राप्त करने पर खुलासा हुआ है कि निजी लॉट नंबर 66/16-17 में वन निगम को पक्का भरो से अणु की सड़क को चौड़ा करने के लिए वन विभाग/वन निगम/लोक निर्माण विभाग ने संयुक्त मार्किंग कर 168 पेड़ विभिन्न प्रजाति के कटान के लिए मार्क किए, जिनका वन संपदा विदोहन का ठेका वन निगम ने एक श्रम आपूर्ति मेट (एल.एस.एम.) को दिया। एल.एस.एम. ने वन निगम के स्टाफ की ड्यूटी में वर्ष 2017 में 158 पेड़ों का गिरान, कर्नवर्शन व निकासी वन संपदा का ढुलान किया, जिनमें से जून-जुलाई, 2017 में सर्किट हाऊस के पास से चीड़ के पेड़ के 2 लॉग्ज चोरी कर लिए जिसकी शिकायत के बाद चोरी लॉग्ज की श्रम आपूर्ति मेट को रिकवरी के लिए लिखा तथा वहां तैनात कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई।


इमारती लकड़ी लॉग्ज पर न प्रॉपर्टी हैंबर अंकित किया और न ही पासिंग
इसी लॉट के शेष 10 पेड़ों का अप्रैल, 2018 में पुन: वन निगम के श्रम आपूर्ति मेट ने कटान करना शुरू किया तथा 8 अप्रैल को 3 चीड़ के हरे पेड़ों का बिजली की तारें खुलवाकर वन निगम के स्टाफ की देखरेख में कटान किया तथा पेड़ों की निकासी वन संपदा पर वन निगम के लॉट प्रभारी/उप-वनरजिक ने कई दिनों तक कटान की इमारती लकड़ी लॉग्ज पर न तो प्रॉपर्टी हैंबर अंकित किया और न ही पासिंग तथा उसके बाद 21 अप्रैल, 2018 को वन निगम के ठेकेदार को ही मौके पर पड़ी चीड़ वन संपदा को चोरी करते हुए पाया गया। जब शिकायत हुई तो उसके बाद लॉट प्रभारी/उप-वनरजिक ने लकड़ी चोरी की रिपोर्ट की तथा बिना मार्क चतुर्थ श्रेणी 2 पेड़ों का अवैध कटान भी वन निगम के स्टाफ की ड्यूटी में श्रम आपूर्ति मेट ने कर दिया। शिकायत की जांच के बाद अब वन निगम अधिकारियों ने काष्ठ प्रहरी व उप-वनरजिक को निलंबित किया है।


न फील्ड बुक बनाई और न किया इंद्राज
सूत्रों से मालूम हुआ है कि जब जांच हुई तो पता चला कि वन निगम के लॉट प्रभारी ने वन संपदा विदोहन का स्टंप काऊंटिंग रजिस्ट्रर व फील्ड बुक बनाई ही नहीं थी तथा कनवर्शन रजिस्ट्रर में भी मौके पर पड़ी वन संपदा का इंद्राज नहीं किया था।   


रिकार्ड में दर्ज नहीं किए इमारती लकड़ी के 141 लॉग्ज
इतना ही नहीं, वन निगम के लाट के कार्य करवाने के लिए तैनात काष्ठ प्रहरी, चौकीदार, उप-वनरजिक व सहायक प्रबंधक (तत्कालीन) ने लॉट के काटे 158 पेड़ों की इमारती लकड़ी के 141 लॉग्ज इमारती लकड़ी को रिकार्ड में दर्ज नहीं किया। जब इस मामले से पर्दा उठा तो इसे रिकार्ड में दर्ज करने का प्रयास तेज हुआ। इस मामले में भी चौकीदार, काष्ठ प्रहरी, उप-वनरजिक व तत्कालीन सहायक प्रबंधक को नोटिस जारी किया गया है। मामले की पुष्टि उत्तर वन निगम धर्मशाला के निदेशक एस.के. मुसाफिर ने की है।

Vijay