हमीरपुर में भाजपा का 4 ब्लॉक समितियों के अध्यक्ष पदों पर कब्जा, कांग्रेस चारों खाने चित

Sunday, Jan 31, 2021 - 11:16 AM (IST)

हमीरपुर (राजीव) : जिला में पंचायती राज चुनावों में जनता ने कांग्रेस व भाजपा विधायकों के परफॉर्मेंस को नकार दिया है तथा जनता ने जनादेश सिर्फ और सिर्फ काम झरने वालों को दिया है।  हमीरपुर जिला में शनिवार को 6 ब्लॉक समितियों में से 4 ब्लॉक समितियों में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के लिए चुनाव हुए। जिसमें भाजपा की जयजयकार हो गई और कांग्रेस चारों खाने चित हो गई। हमीरपुर ब्लॉक समिति को छोड़ कर अन्य 3 ब्लॉक समिति सुजानपुर, भोरंज व नादौन में भाजपा के ही अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बने हैं। वही हमीरपुर ब्लॉक समिति में अध्यक्ष पद पर ही भाजपा को संतोष करना पड़ा है। लेकिन इस बार के पंचायत चुनावों के परिणामों से तो ऐसा लगता है कि 2022 के विस चुनावों में कांग्रेस को अपनी लाज बचाना मुश्किल हो जाएगी। क्योंकि हमीरपुर जिला में कांग्रेस के वर्तमान में 3 विधायक है और भाजपा के सिर्फ 2 ही विधायक है। शनिवार को हुए 4 ब्लॉक समिति के चुनावों में कांग्रेस बुरी तरह हार गई।

सुजानपुर ब्लॉक समिति के चुनावों में विधायक राजेन्द्र राणा का जादू पूरी तरह खत्म हो गया और एक बार फिर से पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का करिश्मा चला। सुजानपुर ब्लॉक समिति में कुल 15 बीडीसी सदस्य हैं। जब अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुए तो भाजपा समर्थित अध्यक्ष पद की केंडिडेट अंजना ठाकुर को 9 मत मिले और कांग्रेस की केंडिडेट ममता को मात्र 6 मत मिले। वही उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा के कैंडिडेट राजेश कुमार को 8 मत मिले व कांग्रेस के कैंडिडेट रवि को मात्र 7 मत मिले। जिसके चलते कांग्रेस यहां पर दोनों पदों पर ही चुनाव हार गई। वही नादौन में भी कांग्रेस का विधायक के होने के बाबजूद भाजपा ने एक तरफा जीत हासिल की है और भाजपा के पूर्व विधायक विजयी अग्निहोत्री ने अपना दम दिखाया है। नादौन ब्लॉक समिति में कुल 26 बीडीसी सदस्य हैं। अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनावों में अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा के कमलदत को 21 मत पड़े और कांग्रेस के केंडिडेट धर्मपाल को मात्र 5 मत पड़े। वही कांग्रेस उपाध्यक्ष पद के लिए तो अपना कैंडिडेट तक नही दे पाई और भाजपा के बीरेंद्र सिंह सर्वसहमति से ही उपाध्यक्ष बन गए।

वही भोरंज में भाजपा विधायक कमलेश कुमारी का जलबा चला और भोरंज ब्लॉक समिति में तकरीबन सभी 21 बीडीसी सदस्य भाजपा के ही जीत कर आए हुए थे। जिसके चलते ब्लॉक समिति के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनावों में भाजपा का भाजपा के केंडिडेट से ही मुकाबला हुआ। जिसमें अध्यक्ष पद के लिए कैप्टन राजेन्द्र सिंह व अशोक ठाकुर के बीच मुकाबला हुआ। जिसमें अशोक ठाकुर को 7 मत पड़े व कैप्टन राजेन्द्र सिंह को 12 मत पड़े। जिसके चलते कैप्टन राजेन्द्र सिंह अध्यक्ष बन गए। वही उपाध्यक्ष के लिए 3 के बीच मुकाबला हुआ। जिसमें कल्पना डोगरा को 8 मत मिले, अनिता को 6 व सुनीता को भी 6 मत मिले। जिसके चलते कल्पना डोगरा उपाध्यक्ष बन गई। वही हमीरपुर ब्लॉक समिति में भी भाजपा समर्थित हरीश शर्मा ब्लॉक समिति के अध्यक्ष बने हैं और यहाँ पर उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस समर्थित संजीव कुमार उपाध्यक्ष बने हैं। यहाँ पर क्रॉस वोटिंग के चलते भाजपा को अपना उपाध्यक्ष का पद गवांना पड़ा है। जबकि यहाँ पर भी भाजपा के पास ही बहुमत था।

वही जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजेंद्र जार का कहना है कि भले ही जिला में कांग्रेस के ब्लॉक समितियों में अध्यक्ष- उपाध्यक्ष न बने हो लेकिन उनके बीडीसी सदस्य ज्यादा जीते हैं। भाजपा ने सत्ता का दुरुपयोग करके जरूर अपने अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनाए होंगे लेकिन 2022 में कांग्रेस को जिला की सभी 5 सीटों पर विजयी मिलेगी। क्योंकि पंचायती राज चुनावों में कांग्रेस का वोट बैंक बढ़ा है। वही जिला भाजपा के अध्यक्ष बलदेव शर्मा का कहना है कि जिला में सभी ब्लॉक समितियों में भाजपा के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बने हैं। उन्होंने कहा कि जीका परिषद में भी भाजपा के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बने हैं। कांग्रेस पंचायत चुनावों में चारों खाने चित हुई है। उन्होंने कहा ये तो ट्रेलर था और 2022 विस चुनावों में 5 सीटों पर जीत दर्ज करके भाजपा असली पिक्चर दिखाएगी। उन्होंने कहा कि जिला में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के करिश्मे से ही भजोआ ने पंचायती राज चुनावों में ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।जिसका लाभ 2022 विस चुनावो में भी मिलेगा।
 

prashant sharma