भाजपा नेताओं ने वीरभद्र को दी सलाह, कहा-टोपियों पर न करें भ्रामक बयानबाजी

Thursday, Jan 25, 2018 - 12:04 AM (IST)

शिमला: भाजपा विधायक राकेश पठानिया, सुरेश कश्यप और जीत राम कटवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर टोपियों को लेकर भ्रामक राजनीति न करने की सलाह दी है। भाजपा विधायकों ने यहां जारी संयुक्त बयान में पूर्व मुख्यमंत्री को सलाह दी कि उन्हें राजनीतिक दलों से संबद्धता दर्शाती अलग-अलग रंगों की टोपियों का प्रयोग करने जैसी भ्रामक बयानबाजी करने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह जैसे वरिष्ठ नेता को इस प्रकार की बयानबाजी करना शोभा नहीं देता है जबकि वे स्वयं टोपियों के रंगों को लेकर भेदभाव करते रहे हैं। 

पीटरहॉफ के एक घटनाक्रम को दिलाया याद 
उन्होंने पीटरहॉफ  के एक घटनाक्रम को याद दिलाया, जिसमें वीरभद्र सिंह ने अपने ही वरिष्ठ मंत्री की तरफ से उन्हें भेंट की गई टोपी को पहनने से इंकार करके इसे फैंक दिया था। उन्होंने कहा कि हिमाचल के लोग अब विकास की टोपी के छत्र में हैं और भाजपा टोपी की राजनीति में विश्वास नहीं करती है। नेताओं ने कहा कि कांग्रेस के शासन में लोग डर के मारे हरे रंग की टोपी का इस्तेमाल किया करते थे ताकि वे मुख्यमंत्री के कार्यालय अथवा अन्य जगहों पर अपमानित महसूस न करें। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हरी बुशैहरी टोपी को महत्व दिया, जिसे तत्कालीन रियासत के नाम पर इस्तेमाल करने की अवधारणा माना जाता था। उन्होंने कहा कि हरी अथवा मैरून रंगों की अवधारणा अब खत्म हो चुकी है। 

सबका साथ, सबका विकास पर विश्वास रखते हैं मुख्यमंत्री
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सबका साथ, सबका विकास पर विश्वास रखते हैं न कि टोपियों की राजनीति पर। उन्होंने आरोप लगाया कि लोग वीरभद्र सिंह और उनकी कार्य करने की शैली और राजशाही से ऊब चुके थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राज्य के खजाने को खाली कर दिया और 2 दर्जन से अधिक अनुपयुक्त सेवानिवृत्त, किराए पर व थके-हारे लोगों की एक बड़ी टीम को अनावश्यक राजनीतिक पदों पर बिठाकर खुले हाथों से खर्च किया। कांग्रेस ने 46,500 करोड़ रुपए का कर्ज राज्य पर छोड़ा है।