पूर्व जिलाध्यक्ष के बयान पर भाजपा नेता का पलटवार, बोले-पार्टी किसी की जागीर नहीं

Friday, Nov 24, 2017 - 11:18 PM (IST)

इंदौरा (अजीज खादिम): इंदौरा में भाजपा के कुछ नेताओं को पार्टी से बाहर करने के बयान पर राजनीति गर्मा गई है और वाकयुद्ध का सिलसिला शुरू हो गया है। शुक्रवार को के.सी.सी. बैंक के निदेशक व भाजपा नेता सुनील पाधा ने पूर्व जिलाध्यक्ष द्वारा उन्हें पार्टी से बाहर करने के बयान पर जवाबी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि किस आधार पर पूर्व जिलाध्यक्ष हमें पार्टी से बाहर करने की बात कर रहे हैं। वे पहले अपने गिरेवां में झांक कर देखें कि क्या कभी कोई चुनाव लड़ा है या कभी विजयी भी हुए हैं। यदि चुनाव लड़ा है तो बताएं कि कितने वोट हासिल किए थे।

पूर्व जिलाध्यक्ष के पास निष्कासित करने शक्ति नहीं 
उन्होंने कहा कि हम वो लोग हैं जो पार्टी की नींव बनकर कार्य करते रहे हैं, आज पार्टी एक महल का रूप धारण कर चुकी है तो यह उस पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। पार्टी किसी की जागीर नहीं है। पूर्व जिलाध्यक्ष के पास किसी को भी निष्कासित करने की कोई शक्ति नहीं है। अपनी नाकामियों का ठीकरा हम पर फोड़कर यह अपना पल्ला झाडऩे की जुगत बना रहे हैं। ऐसे ही कुछ कथित पदाधिकारियों के कारण इंदौरा में पार्टी पिछले चुनावों में तीसरे नंबर पर रही थी। पूर्व जिलाध्यक्ष बताएं कि वे या पार्टी प्रत्याशी कब हमारे पास आए और कब हमने साथ नहीं दिया। इनकी पांच साल की कार्यप्रणाली का पता इस बात से लगता है कि संजवां और पिंड पाध्यां में इनके पास पोलिंग एजैंट तक नहीं थे। वो भी हमने दिए और आज हमें पार्टी से बाहर निकालने की धमकियां दी जा रही हैं। 

हम पार्टी के साथ थे और साथ रहेंगे
उन्होंने कहा कि मंडल और पूर्व जिलाध्यक्ष बताएं कि उन्होंने कभी किसी को पार्टी से जोडऩे का प्रयास भी किया है। जहां तक हमारी बात है, हम पार्टी के साथ थे और साथ रहेंगे। हमें भाजपाई होने का प्रमाण पूर्व जिलाध्यक्ष या मंडल से लेने की आवश्यकता नहीं है। पूर्व जिलाध्यक्ष ने अपने बयान के माध्यम से जो कर्मचारियों को धमकाने का कथित प्रयास किया है, मैं उसकी कड़ी भत्सर्ना करता हूं। पार्टी हाईकमान इस बात का कड़ा संज्ञान ले। उन्होंने कहा कि पूर्व जिलाध्यक्ष की वर्ष 2019 लोकसभा चुनावों के लिए ऐसी तैयारी समझ से परे है। बता दें कि सुनील पाधा पूर्व में 2 बार भाजयुमो के मंडलाध्यक्ष व एक बार पार्टी के मंडलाध्यक्ष रहे हैं।