अनुराग ठाकुर ने कहा- कांग्रेस को लगने वाला राजनीतिक झटका

Friday, Nov 03, 2017 - 01:59 PM (IST)

हमीरपुर : हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा है कि पार्टी चुनावों में महिलाओं के आरक्षण पर कांग्रेस की तरह महज खोखले वादे नहीं करती बल्कि पूर्ण रूप से गंभीर है, इसीलिए दो विधायकों के टिकट काटकर महिलाओं को दिया गया है।  पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के पुत्र श्री ठाकुर ने यूनीवार्ता को बताया, हम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की जैसे नहीं हैं। भाजपा महिला आरक्षण को लेकर गंभीर है और इसलिए पालमपुर और भोरंग से महिला प्रत्याशियों ने नामाकंन भरा है।

अनिल धीमान का टिकट छीनकर कमलेश कुमारी को दिया
आंतरिक विरोध के बावजूद इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जाता है। पार्टी ने पालमपुर से इंदू गोस्वामी और भोरंग से कमलेश कुमारी को मैदान में उतारा है। भाजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी में कुछ बागियों ने निर्दलीय चुनाव लडऩे का फैसला किया है। वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार के नजदीकी रहे पालमपुर से प्रवीण शर्मा बागी है। भोरंग विधानसभा से धूमल खेमे का विश्वासपात्र माने जाने वाले अनिल धीमान का टिकट छीनकर कमलेश कुमारी को दिया गया है।

कांग्रेस को राजनीतिक झटका लगने वाला
इस संदर्भ में श्री ठाकुर ने कहा कि श्री मोदी ने महिला सशक्तीकरण में राजनीतिक ईमानदारी दिखाई है। श्री मोदी को आने वाले दिनों दो महिला नेताओं श्रीमती सुषमा स्वराज और श्रीमती निर्मला सीतारमण को मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति में जगह देने के लिए याद किया जाएगा। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बारे में एक सवाल पर उन्होंने कहा कि श्री गांधी की राजनीतिक यात्रा गुजरात और हिमाचल प्रदेश की चुनावी मतगणना के दिन यानी 18 दिसंबर के बाद समाप्त हो जाएगी।  श्री ठाकुर ने कहा, कांग्रेस को राजनीतिक झटका लगने वाला है। श्री गांधी अगर 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी की सीट को बचा लेंगे तो यह उनके लिए बड़ी उपलब्धि होगी, लेकिन मेरा मानना है कि वह किसी और सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का इतनी पुरानी पार्टी में दम घुटने लगेगा। ऐसे में ये नेता बेहतर विकल्प तलाश करेंगे। एक अन्य सवाल पर श्री ठाकुर ने कहा कि श्री गांधी के नजदीकी 83 वर्षीय वीरभद्र सिंह को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर कांग्रेस ने केवल उन्हें राजनीति फायदा पहुंचाने की कोशिश की है।