पच्छाद में मंडल अध्यक्ष का चुनाव संपन्न कराने बना गले की फांस

Sunday, Dec 01, 2019 - 11:07 AM (IST)

सिरमौर(गोपाल): भाजपा हाईकमान को सिरमौर जिले के पच्छाद में मंडल अध्यक्ष का चुनाव संपन्न करवाना गले की फांस बन गया है। इससे पहले उपचुनाव में जिस प्रकार भाजपा की गुटबंटी जग जाहिर हुई थी और यहा तक की नामांकन वाले दिन टिकट के दावेदार आशीष सिकटा के समर्थको ने सीएम जयराम के सामने ही सासंद सुरेश कश्यप के खिलाफ नारेबाजी कर डाली थी। उससे बाद भाजपा पच्छाद मे बैक फूट पर आ गई थी और अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए भाजपा को लगभग पूरा मत्री मंडल पच्छाद मे बिठाना पडा था उसके बाद भी भाजपा की बागी उम्मीदवार लगभग 12 हजार मत ले गई। जिससे साफ जाहिर है कि उपचुनाव में भी भाजपा की उम्मीदवार के साथ खुब भीतर घात हुआ। इस बात को जयराम ठाकुर सार्वजनिक मंचों से भी मान चुके है कि पच्छाद के लोगों ने उपचुनाव में कड़ी परिक्षा ली और काफी मुश्क्त करने के बाद भाजपा जीत पाई और अब मंडल अध्यक्ष के चयन को लेकर भी यही स्थिति बन गई है। पच्छाद भाजपा मंडल को शनिवार भी नया मंडल अध्यक्ष नहीं मिल पाया है। देर रात तक चुनाव अधिकारी पवन गुप्ता की अध्यक्षता में चली कोर कमेटी की बैठक पूरी तरह से बेनतीजा रही। बैठक में फिर से मंडल अध्यक्ष के लिए 33 नाम सुझाए गए।

विश्वसनीय सूत्रों की मानें की जाए तो केवल 5 नाम ही सिलेक्ट कर आगे भेजे जा रहे हैं। जिनमें सबसे पहले नंबर पर राजगढ़ के रमेश शर्मा दूसरे नंबर पर राजपाल ठाकुर सराहा से सुरेंद्र नेहरू चक्रधर भंडारी अनूप शर्मा का नाम लिस्ट में डाला गया है। बाकी नाम लिस्ट से हटा दिए गए हैं। यहां यह भी बता दें कि मौजूदा मंडल अध्यक्ष प्रताप ठाकुर को इस बार लिस्ट से बाहर किया गया है। बैठक में सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रताप ठाकुर के लिए कहा गया है कि तीन बार किसी को अध्यक्ष बनाया जाना पार्टी के नियम में नहीं है। ऐसे में सवाल नालागढ़ के मंडल अध्यक्ष का भी सामने आ जाता है जो तीसरी बार प्रधान बने हैं। तो फिर पच्छाद मे ऐसा क्यू नही हो सकता तथा प्रताप ठाकुर ने पिछले लगभग छहं सालों से मंडल का सफल संचालन किया है और सभी चुनाव मे जीत दर्ज करने के साथ साथ सभी संगठनात्मक कार्य सफलता पूर्ण निभाए है। प्रताप ठाकुर को भाजपा अध्यक्ष की कमान पहली बार तब दी गई जब भाजपा विपक्ष मे थी। उसके बाद भी प्रताप ठाकुर ने सफलता पूर्वक मंडल का संचालन किया इसी कारण कोर कमेटी के सदस्यों की यह दलील संगठन के कई कार्यकर्ताओं को ना गवारा भी गुजर रही है।

इतना ही नहीं सूत्रों से ऐसी जानकारी की निकल कर आ रही है कि अगर प्रताप ठाकुर को अध्यक्ष बनाया जाता है तो भाजपा की आधी लड़ाई स्वत ही समाप्त हो जाएगी। क्योंकि भाजपा अध्यक्ष कीदौड़ में आधे से ज्यादा उम्मीदवार प्रताप ठाकुर को अध्यक्ष बनाए जाने के पक्ष में है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि राजगढ़ क्षेत्र से संबंध रखने वाले मंडल के महामंत्री राजपाल ठाकुर को यदि मंडल की कमान नहीं दी जाती है तो निश्चित ही इस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा बुरी तरह से बैकफुट पर आनी शुरू हो जाएगी। अब यदि रमेश शर्मा जो कि ब्राह्मण समुदाय से संबंध रखते हैं राजनीतिक रूप से अभी इतने परिपक्व भी नहीं है और यह एक नया नाम है ऐसे भी विधायक भी नया और अध्यक्ष भी नया तो 2022 का विधान सभा चुनाव जीतना भाजपा के लिए मुश्किल हो सकता है जबकि राजपाल ठाकुर दो बार अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के राजगढ़ नगर इकाई के अध्यक्ष रह चुके हैं। सोलन महाविद्यालय में छात्र संगठन में सक्रिय राजनीतिक पृष्ठभूमि भी अच्छी रही है। 1996 से विद्यार्थी परिषद में रहे हैं। पिछली बार मंडल में मीडिया प्रभारी और मौजूदा समय मंडल महामंत्री के पद पर काबिज हैं। राजनीति का अच्छा ज्ञान है पूरे विधानसभा क्षेत्र का राजनीतिक जुगराफिया अच्छी तरह से जानते वह समझते हैं और एक दम स्पष्ट वक्ता है वही सुरेंद्र नेहरू चक्रधर भंडारी अनूप शर्मा भी राजनीतिक पृष्ठभूमि से हैं और संगठन में काफी परिपक्व राजनीति का तजुर्बा रखते हैं।

आज पूरा दिन कोर कमेटी की बैठक में माहौल काफी सर्द में गर्मी का एहसास करा रहा था। यहां बड़ी बात तो यह है कि सरकार के चार धुरंधर किसी विधानसभा क्षेत्र से संबंध रखते हैं। मगर राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते दिग्गज संगठन व कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोल पाने में अब फेल होते नजर भी आ रहे हैं। बड़ी बात तो यह है कि 600 नाम सक्रिय सदस्य पोर्टल पर नहीं चढ़ पाए हैं। केवल 300 नाम ही अभी तक सक्रिय सदस्य के पोर्टल पर चढ़े हैं। नियमानुसार भाजपा मंडल पच्छाद को पहले 600 सक्रिय सदस्य बना कर पोर्टल पर चढाने है। उसके बाद ही भाजपा मंडल अध्यक्ष का चुनाव कर सकती है सूत्रो की माने तो भाजपा मंडल पच्छाद मे अभी तक 600 सक्रिय सदस्य बन ही नहीं पाए है वैब पोर्टल पर ना चढ़ पाने का तो मात्र बहाना है आज के आधुनिक समय मे 600 लोगों के प्रपत्र को बैव पोर्टल पर चढ़ाने के लिए इतना समय तो नहीं लगाना चाहिये वह भी फिर जब भाजपा दुनिया की सबसे बडी पार्टी होने का दावा करती हो मगर उपचुनाव से नसीहत ना लेते हुए अभी भी संगठन व कार्यकर्ताओं के मान सम्मान व उनके जज्बातों को कोई नहीं समझ पा रहा है।

हालांकि पार्टी का वर्कर पार्टी के प्रति पूरी तरह से वफादार है। मगर कुछ दिग्गज नेताओं से अभी भी पूरी तरह से नाराज चल रहा है। ऐसे में मंडल अध्यक्ष पद में जो दखल अंदाजी चल रही है उसको लेकर बेशक अभी प्रत्यक्ष नुकसान नजर नहीं आ रहा है मगर आने वाले समय में इस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा बुरी तरह से बैकफुट पर जाने की तैयारी में है। उधर चुनाव अधिकारी पवन गुप्ता का कहना है कि मीटिंग असफल नहीं रही है। कोर कमेटी की बैठक में 33 नाम सुझाए गए हैं जिन पर चर्चा हो चुकी है आज नया मंडल अध्यक्ष चुन लिया जाएगा। पवन गुप्ता का कहना है कि सक्रिय सदस्य बनाए जा चुके हैं उनके नाम सर्वर डाउन होने की वजह से पोर्टल पर नहीं चढ़ पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कल तक सभी नामों को पोर्टल पर चढ़ाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी तथा संगठन पूरी तरह से एकजुट है किसी का भी किसी से कोई मतभेद नहीं है।

kirti