भाजपा पार्षदों ने मेयर के खिलाफ खोला मोर्चा, सदन का माहौल गर्माया

Saturday, Sep 29, 2018 - 08:25 PM (IST)

शिमला: शनिवार को नगर निगम के सदन के भीतर एक बार फिर भाजपा के विरोधी खेमे के पार्षदों ने मेयर कुसुम सदरेट के खिलाफ मोर्चा खोला। पार्षद पूर्णमल ने ट्री कमेटी को लेकर सीधे-सीधे मेयर पर निशाना साधा क्योंकि मेयर ही ट्री कमेटी की अध्यक्ष हैं। बीते दिनों खलीनी में एक बच्ची पेड़ की चपेट में आ गई थी। पार्षद ने कहा कि मेयर को फोन कर सूचित किया गया था लेकिन मेयर ने मामले पर कोई कदम नहीं उठाया। पार्षद ने मेयर पर अपनी जिम्मेदारी से भागने का आरोप लगाया। इस दौरान मेयर व पार्षद के बीच जमकर तीखी नोकझोंक हुई। इस दौरान कई पार्षदों ने यह तक कह दिया कि मेयर अगर बिजी रहती हैं तो डिप्टी मेयर को ट्री कमेटी की जिम्मेदारी सौंपी जाए ताकि ट्री कमेटी शहर में खतरनाक पेड़ों को हटाने के लिए काम कर सके। पार्षदों ने अन्य मुद्दों पर भी मेयर को घेरा जिससे सदन में माहौल काफी गर्मा चुका था। इस बीच आयुक्त ने हंगामा बढ़ते देख स्थिति को शांत किया।

जल प्रबंधन कंपनी लेगी पानी के सैंपल, बैठक में न बुलाने पर भड़के पार्षद
राजधानी शिमला की पेयजल व्यवस्था जल प्रबंधन कंपनी को सौंपने के बाद अब पानी की सैंपलिंग व्यवस्था का जिम्मा भी कंपनी ही देखेगी। नगर निगम आयुक्त पंकज राय ने सदन को बताया कि कंपनी शहर में पानी का पूरा जिम्मा देख रही है। अब तक शहर के विभिन्न जगहों से पानी के सैंपल लेने का कार्य नगर निगम के कर्मचारी कर रहे थे लेकिन अब कंपनी ही पानी के सैंपल लेगी। निगम पार्षदों ने जल प्रबंधन कंपनी पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मेयर कंपनी में बतौर सदस्य हंै लेकिन बीते दिनों सचिवालय में कंपनी की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें मेयर को नहीं बुलाया गया था, जिस पर पार्षदों ने एतराज जताया। आयुक्त ने मामले पर कंपनी के अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि वे बैठक में सभी सदस्यों को बुलाएं ताकि कंपनी द्वारा किए जा रहे कार्य की जानकारी नगर निगम के पार्षदों को भी मिल सके।

प्रधानमंत्री आवास योजना के सर्वे पर पार्षदों ने उठाए सवाल
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत किए गए सर्वे को लेकर पार्षदों ने सदन में सवाल खड़े किए हैं। पार्षदों का कहना है कि इस योजना के तहत पात्र लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है जबकि अपात्र व्यक्तियों को लिस्ट में शामिल किया गया है। आयुक्त पंकज राय ने कहा कि सर्वे नगर निगम ने नहीं किया है। सर्वे शहरी विकास विभाग की ओर से करवाया गया है, ऐसे में जिन पार्षदों को कोई आपत्तियां हैं, वे लिखित में दर्ज  करवा सकते हैं। आयुक्त ने सदन को अवगत करवाया कि इस योजना के तहत 61 लोगों की सूची तैयार की गई थी लेकिन फील्ड में जाकर जब पात्रों की जांच की गई तो सिर्फ 32 लोग ही पात्र पाए गए हैं, जिसकी जियो टैङ्क्षगग की गई है जबकि 29 लोग ऐसे पाए गए जो अपात्र थे। ऐसे में पार्षद अपने वार्डों में जो लोग इस योजना के तहत नहीं आए हैं, उनका प्रस्ताव बनाकर भेजे। उन्हें इस योजना के दूसरे चरण में शामिल कर लिया जाएगा।

अमृत योजना के तहत नहीं हो रहा कोई काम : किरण बावा
पार्षद किरण बावा ने कहा कि अमृत योजना के तहत शहर में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं। ठेकेदार काम नहीं कर रहे हैं। इस पर आयुक्त ने कहा कि वह समय-समय पर अमृत योजना के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं। अगले सदन में किए गए कार्यों की सूची सदन के समक्ष रखने के आदेश दिए हैं।

टाऊन हाल को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे पार्षद
टाऊन हाल को लेकर भी पार्षदों ने सदन में खूब हो-हल्ला किया। पार्षदों ने कहा कि टाऊन हाल पर नगर निगम का मालिकाना हक है, ऐसे में नगर निगम किसी को नहीं दिया जा सकता है। डिप्टी मेयर ने कहा कि इसके लिए कानूनी लड़ाई लडऩे के लिए भी वह तैयार हैं, वहीं सभी पार्षदों ने एक स्वर में कहा कि टाऊन हाल को वापस लेने के लिए वे  कोर्ट का दरवाजा खटखटाने को भी तैयार हैं।

एजैंडे में नहीं था कोई प्रश्न, प्रस्तावों पर हुई चर्चा
नगर निगम में जनता ने 34 वार्डों से प्रतिनिधि चुनकर सदन में भेजे हैं लेकिन भाजपा शासित नगर निगम के डेढ़ साल के कार्यकाल में पहली बार ऐसा हुआ कि जब सदन की कार्रवाई बिना प्रश्नों के ही चली हो। यानी किसी भी पार्षद द्वारा हाऊस में कोई प्रशन नहीं लगाया गया था। पार्षद 34 हैं, ऐसे में सदन में पार्षदों की ओर से अपने वार्डों से जुड़े विकास कार्यों को लेकर प्रश्न लगाए जाते हंै लेकिन इस बार कोई सवाल नहीं था। चर्चा तो केवल प्रशासन की ओर से रखे प्रस्तावों पर हुई। शहर में बरसात के कारण करोड़ों रुपए का नुक्सान हुआ है लेकिन किसी भी पार्षद ने अपने वार्ड का कोई प्रशन सदन में नहीं लगाया।

Vijay