नरक से भी बदतर थी इन 2 मंदबुद्धि बच्चियों की जिंदगी, बिटिया फाऊंडेशन बनी सहारा

Friday, Mar 30, 2018 - 07:18 PM (IST)

बिलासपुर/हमीरपुर: लंबे समय से अमानवीय परिस्थितियों व गंदे वातावरण में जीवन यापन करने को मजबूर मानसिक रूप से कमजोर 2 लड़कियों को इस नारकीय जीवन से बाहर निकाल कर बिटिया फाऊंडेशन संस्था बिलासपुर ले आई है व उनके पालन-पोषण की जिम्मेदारी भी संभाल ली है। बिलासपुर परिधि गृह में पत्रकार वार्ता करते हुए बिटिया फाऊंडेशन की प्रदेशाध्यक्ष सीमा सांख्यान ने बताया कि कुछ दिन पूर्व फाऊंडेशन ने हमीरपुर जिला के ककडय़ार गांव में एक स्वास्थ्य शिविर लगाया था। इस दौरान वहां अचानक 2 मंदबुद्धि बच्चियां शब्बू (16) व तनु (6) आईं व खाना मांगने लगीं। उनकी गतिविधियां साधारण नहीं थीं, जिस पर उन्होंने गांववासियों से उनके बारे में जानकारी ली तो पता चला कि ये दोनों बच्चियां ककडय़ार गांव के ही एक व्यक्ति की बेटियां हैं। दोनों बच्चियां मंदबुद्धि हैं व इनकी माता 5 माह पूर्व घर छोड़कर कहीं चली गई है। उन्होंने बताया कि इन बच्चियों का पिता भी मानसिक रूप से कुछ कमजोर है व माता के चले जाने के बाद अब इन बच्चियों की देखभाल कोई नहीं कर पा रहा है। 


शौच व दुर्गंध से भरा था बच्चियों के सोने का कमरा
बिटिया फाऊंडेशन के पदाधिकारियों ने जब उनके आवास पर जाकर देखा तो बच्चियों का कमरा बदबू से भरा हुआ था। जिस कमरे में ये बच्चियां सोती थीं, शौच भी वहीं करती थीं। बच्चियों ने पिछले कई महीनों से स्नान तक नहीं किया था। कई-कई दिनों तक इन बच्चियों को खाना तक नसीब नहीं होता था। यह सब अमानवीय दृश्य था, जिसके बाद बिटिया फाऊंडेशन ने इस विषय पर गांववासियों और स्थानीय महिला मंडल से बात की तो सभी ने उनसे इन बच्चियों को इस अमानवीय वातावरण से बाहर निकालने का अनुरोध किया, जिस पर उन्होंने पुलिस वह हमीरपुर प्रशासन की मदद से आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कीं और इन बच्चियों को अपने संरक्षण में ले लिया है। 


मिलेगी शिक्षा, होगा उपचार 
सांख्यान ने बताया कि बिटिया फाऊंडेशन अब इन दोनों बच्चियों को शिक्षा दिलवाने व विशेषज्ञों की मदद से इनके मानसिक स्तर पर सकारात्मक सुधार लाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी ताकि ये बच्चियां भी समाज में सम्मानपूर्वक जी सकें। उन्होंने बताया कि इन बच्चियों को कानूनी व सरकारी स्तर पर मिलने वाले लाभों के बारे में जानकारी एकत्रित की जा रही है। उन्होंने समाज के सामथ्र्यवान वर्ग से आह्वान किया कि वह भी इन बच्चों की मदद के लिए आगे आए। 

Vijay