सरकारी रैस्ट हाऊस में कौल सिंह ठाकुर के जन्मदिन पर बवाल, भाजपा EC से करेगी शिकायत

Friday, Nov 24, 2017 - 09:45 PM (IST)

मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के कद्दावर नेता कौल सिंह ठाकुर के जन्मदिन पर कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग के नियमों को धत्ता बताते हुए न केवल सरकारी रैस्ट हाऊस में बिना लिखित पार्टी वर्करों की बैठक की बल्कि अपने नेता के जन्मदिन के बहाने एक हजार से अधिक लोगों को धाम भी परोसी। हालांकि यह कार्यक्रम एक खुले मैदान में किया गया लेकिन वह मैदान आई.पी.एच. विभाग का है जहां विभाग की अनुमति के बगैर कोई कार्यक्रम नहीं किया जा सकता। हैरानी इस बात की है कि द्रंग कांग्रेस ने चुनाव आयोग के नियमों को दरकिनार कर अपने नेता का जन्मदिन सरकारी रैस्ट हाऊस में मनाया।

आयोग के दिशा-निर्देशों का सरेआम हुआ उल्लंघन 
आजकल आदर्श चुनाव आचार संहिता के चलते कोई कार्यक्रम बिना चुनाव आयोग को बताए नहीं किया जा सकता, ऐसे में भाजपा ने प्रदेश चुनाव आयोग को इस बारे शिकायत भेजने की बात कहकर प्रैस बयान जारी किया है कि सरकारी भवन में कांग्रेस पार्टी वर्करों को बैठक करने की अनुमति जिला प्रशासन व संबंधित विभाग ने कैसे दे दी? भाजयुमो नेता महेश सिपहिया ने कहा है कि आयोग के दिशा-निर्देशों का यहां सरेआम उल्लंघन हुआ है और कांग्रेस पार्टी के द्रंग से प्रत्याशी और प्रदेश सरकार में मंत्री कौल सिंह का जन्मदिन सरकारी भवन में कैसे हुआ और किसने ये सब करने की इजाजत उन्हें दी इसकी जांच होनी चाहिए।

प्रत्याशी के खाते में जोड़ा जाए पार्टी आयोजन का खर्चा 
दं्रग से भाजपा प्रत्याशी जवाहर ठाकुर ने कहा कि आजकल चुनाव आचार संहिता लगी हुई है और चुनाव ड्यूटी वाले सरकारी कर्मचारियों ने अभी तक वोट भी नहीं डाले हैं और कांग्रेस पार्टी के द्रंग से प्रत्याशी जीत के दावे सरकारी भवनों में बैठकर कर रहे हैं जो चुनाव आयोग के निर्देशों की अवहेलना है। उन्होंने मांग की है कि इस पार्टी के आयोजन का खर्चा उनके खाते में जोड़ा जाए और उनके खिलाफ आयोग को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। 

क्या कहते हैं आई.पी.एच. विभाग के अधिकारी
इस बारे में आई.पी.एच. के अधिशासी अभियंता राजकुमार सैणी ने कहा कि इस बारे में कोई लिखित अनुमति नहीं मांगी गई थी लेकिन मुझे जिलाधीश कार्यालय से कहा गया कि बैठक करने के लिए मंत्री जी को रैस्ट हाऊस दिया जाए। वहां क्या हुआ इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। वहीं ए.डी.सी. मंडी अश्वनी चौधरी ने कहा कि कोई लिखित अनुमति नहीं ली गई है। हमारे पास चुनाव के बाद केवल सर्किट हाऊस की जिम्मेदारी है और संबंधित रैस्ट हाऊस आई.पी.एच. के पास है।