बिलासपुर के बाप-बेटी ने बढ़ाई रौरिक आर्ट गैलरी की शान

Friday, Jun 29, 2018 - 10:23 PM (IST)

मनाली: अंतर्राष्ट्रीय रौरिक मैमोरियल ट्रस्ट नग्गर जिला कुल्लू की कला दीर्घा में चित्रकला प्रदर्शनी लगाई गई है। हिमाचल के जिला बिलासपुर की 2 कला प्रतिभाओं दीप कांगा व उनकी कलाकार पुत्री डा. दीपशी कांगा की संयुक्त चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन भारत-इजराईल मैत्री की ध्वजवाहक कला साधक इजराईल की कैलीमोर के कर कमलों से हुआ। ध्वजवाहक कला साधक सालों से कुल्लू घाटी में कला साधना में रत हैं। मुख्यातिथि कैलीमोर ने कलाकार दीपकांगा को जलचित्र कला का एक सशक्त हस्ताक्षर बताया जबकि डा. दीपकांगा की पैन ड्राइंग कला को उत्कृष्टकला की संज्ञा देते हुए दीपशी को कला विकास की नई उम्मीद बताया।


पंजाब विश्वविद्यालय से कला शिक्षित कलाकार हैं दीप कांगा
दीप कांगा पंजाब विश्वविद्यालय से कला शिक्षित कलाकार हैं जो राज्य अवार्ड व देश-विदेश की कला संस्थाओं से सम्मानित कलाकार हैं व अंतर्र्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके हैं। रशियन क्यूरेटर लारिसा ने दीप कांगा को रौरिक ट्रस्ट में उत्कृष्ट कला प्रदर्शनी लगाने की प्रशंसा की। भारतीय क्यूरेटर रमेश चन्द्र ने कलाकार दीप कांगा को विश्व कला जगत में बिलासपुर व हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन करने वाले कलाकार की संज्ञा दी।


रियासती काल में पहाड़ी चित्रकला का प्रमुख स्थान बिलासपुर
उन्होंने कहा कि बिलासपुर रियासती काल में पहाड़ी चित्रकला का एक प्रमुख स्थान रहा है। दीप कांगा आज भी बिलासपुर में कला के निरन्तर विकास हेतु प्रयासरत हैं। उनकी आधुनिक कला विश्व स्तरीय है जो हिमाचल प्रदेश को विश्व कला जगत में गौरवान्वित करती है। उन्होंने बताया कि रोरिक आर्ट गैलरी में लगातार लग रही चित्र प्रदर्शनी से आर्ट गैलरी में रौनक बढ़ गई है।

Vijay