मकर संक्रांति: इस प्रसिद्ध तीर्थस्थल पर 10 हजार श्रद्धालुओं ने किया पवित्र स्नान (PICS)

Sunday, Jan 15, 2017 - 02:40 PM (IST)

बिलासपुर: महर्षि मार्कंडेय की तपोभूमि व उत्तरी भारत के प्रसिद्ध तीर्थस्थल मार्कंडेय मंदिर व गुफा स्थल पर मकर संक्रांति पर्व पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंच कर पवित्र स्नान किया। मार्कंडेय मंदिर प्रबंधन एवं विकास समिति के अनुसार शनिवार को करीब 10,000 श्रद्धालुओं ने मार्कंडेय पहुंच कर पवित्र स्नान किया व मंदिर में पूजा-अर्चना की। बहुत से श्रद्धालु रात को ही मार्कंडेय पहुंच गए थे। ज्यों ही सुबह 5 बजे के करीब भोर का तारा उदय हुआ, त्यों ही श्रद्धालुओं द्वारा पवित्र स्नान किए जाने का सिलसिला शुरू हो गया, जो पूरा दिन चलता रहा।


यहां पानी में स्नान करने से दूर हो जाते हैं चर्म रोग
मान्यता है कि मार्कंडेय स्थल पर प्राकृतिक जल स्रोत से निकल रहे पानी में स्नान करने से चर्म रोग दूर हो जाते हैं। हालांकि सुबह ही बादल घिर आने के चलते धूप नहीं निकली, जिस कारण ठंड में स्नान करने में अपने परिवारों के साथ आए नन्हे बच्चों को कुछ परेशानी हुई। समिति द्वारा सुबह से ही लंगर की व्यवस्था शुरू कर दी गई थी, वहीं मार्कंडेय भूमि पर स्थित शिव मंदिर के महंत केवल पुरी जी महाराज ने भी मकर संक्रांति के अवसर पर मार्कंडेय आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खिचड़ी, देसी घी व दही का विशेष लंगर लगाया जो सारा दिन लगातार चलता रहा।


खिचड़ी का उठाया लुत्फ
वहीं, मकर संक्रांति पर बिलासपुर जिला के हर घर में खिचड़ी बनी। इस खिचड़ी को देसी घी व दही के साथ जिलावासियों ने खूब स्वाद से खाया। सूर्य के एक राशि से दूसरी राशि में जाने को ही संक्रांति कहते हैं। मकर संक्रांति के शुभ मुहूर्त में स्नान, दान व पुण्य के शुभ समय का विशेष महत्व होता है। मकर संक्रांति पर गुड़ व तिल लगाकर स्नान करना लाभदायी होता है। इसके बाद गुड़, तेल, कंबल, फल व छाता आदि दान करने से लाभ मिलता है और शुभ फल की प्राप्ति होती है। मकर संक्रांति के उपलक्ष्य पर आज जिला के जेठा तीर्थ स्थल रुकमणि कुंड में सैंकड़ों लोगों ने पवित्र स्नान भी किया।