नेपाल बॉर्डर से दबोचा धोखाधड़ी का आरोपी

Sunday, Feb 16, 2020 - 11:25 PM (IST)

बिलासपुर (प्रकाश): फाइनांस कंपनी के लाखों रुपए वापस लौटाए बगैर भाग जाने वाले एक नेपाली को पुलिस ने धर दबोचा। धोखाधड़ी के इस मामले के आरोपी खेमराज निवासी हथोसा-नेपाल को उत्तर प्रदेश में नेपाल बॉर्डर के पास पकड़ा गया है। रविवार को उसे लेकर बिलासपुर पहुंचने के बाद पुलिस ने उसका मैडीकल करवाया। उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। जानकारी के अनुसार मंडी जिला के ङ्क्षचदी-करसोग निवासी काहन चंद और खेमराज बागा सीमैंट फैक्टरी में एक साथ काम करते थे। इसके चलते दोनों में दोस्ताना संबंध हो गए थे। उसी दौरान खेमराज ने टोयोटा कंपनी की ई.टी.ओज गाड़ी खरीदने का प्लान बनाया। इसके लिए उसे कोई लोकल गारंटर भी चाहिए था। उसने काहन चंद से इस बारे बात की तो वह दोस्ती के नाते गारंटर बनने के लिए तैयार हो गया। खेमराज ने कंपनी को 6.15 लाख रुपए का चैक देकर गाड़ी खरीद ली। कुछ समय तक वह लोन की किस्तें जमा करवाता रहा लेकिन उसके बाद उसने न केवल किस्तें देनी बंद कर दीं बल्कि खुद भी गाड़ी लेकर बागा से कहीं चला गया। किस्तें न मिलने पर कंपनी ने पहले खेमराज का चैक बैंक में जमा कराया लेकिन उसने जिस खाते का चैक दिया था वह काफी समय से ब्लॉक था।

11 फरवरी को मिली थी आरोपी की सूचना

इस पर कंपनी ने गारंटर काहन चंद से संपर्क किया। उसने भी खेमराज को ढूंढने का काफी प्रयास किया लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। इस पर काहन चंद ने पिछले साल 8 अगस्त को खेमराज के खिलाफ  सदर थाना में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया। पुलिस उसे काफी समय से ढूंढ रही थी। गत 11 फरवरी को सूचना मिली कि खेमराज इन दिनों नेपाल बॉर्डर के पास उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर-नौगढ़ गांव में है। इस सूचना के आधार पर सदर थाना के इंस्पैक्टर यशवंत ने ए.एस.आई. राजकुमार की अगुवाई में 3 सदस्यीय टीम गठित कर उसे तुरंत रवाना किया। इस टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद खेमराज को धर दबोचा। रविवार को बिलासपुर पहुंचने पर पुलिस ने उसका मैडीकल करवाया। डी.एस.पी. संजय शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपी को सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

Kuldeep