बिलासपुर में लगे पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे

Friday, May 12, 2017 - 07:48 PM (IST)

बिलासपुर : हिमाचल प्रदेश पूर्व सैनिक कल्याण समिति ने जिला मुख्यालय बिलासपुर के युद्ध स्मारक पर कुपवाड़ा में सी.आर.पी.एफ. के 26 जवानों, पुंछ सैक्टर की कृष्णा घाटी में एक सूबेदार और एक जवान तथा लैफ्टिनैंट अमर फयाज को पाकिस्तान फौज द्वारा शहीद किए जाने पर कड़ा विरोध दर्ज किया तथा शहीद हुए जवानों को श्रद्धासुमन अॢपत किए और उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा। इसके बाद पूर्व सैनिकों ने समिति के अध्यक्ष सूबेदार प्रकाश चंद की अगुवाई में युद्ध स्मारक से लेकर गुरुद्वारा चौक तक विरोध रैली निकाली तथा पाकिस्तान मुर्दाबाद और ङ्क्षहदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। 



पुतले का सिर किया धड़ से अलग
इस दौरान पूर्व सैनिकों ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख का पुतला घसीटते हुए गुरुद्वारा चौक तक पहुंचाया तथा वहां पर पाकिस्तान सेना प्रमुख के इस पुतले का सिर धड़ से अलग कर क्षत-विक्षत कर इस पुतले व पाकिस्तान के झंडे को जलाया। पुतला दहन से पहले पूर्व सैनिकों ने पुतले को जूते भी मारे। धरने को संबोधित करते हुए समिति के अध्यक्ष सूबेदार प्रकाश चंद ने कहा कि पाकिस्तानी सेना लगातार जेनेवा समझौते का उल्लंघन कर रही है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान 1999 में भी कैप्टन सौरभ कालिया का और सितम्बर, 2013 में भी पाकिस्तान ने 2 जवानों के सिर काट दिए थे। इससे सैनिकों व पूर्व सैनिकों में पाकिस्तान सेना व पाकिस्तानी सेना प्रमुख के विरुद्ध आक्रोश है। 
 

प्रधानमंत्री से उठाई सख्त कार्रवाई की मांग
पूर्व सैनिकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की है, साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 15 सितम्बर, 2013 को रेवाड़ी रैली में दिए गए उनके बयान की याद भी करवाई जिसमें नरेंद्र मोदी ने कहा था कि यदि पाकिस्तान हमारे सैनिकों के 2 सिर काटेगा तो हम पाकिस्तान के सैनिकों के 200 सिर काटेंगे। सूबेदार प्रकाश चंद ने कहा कि प्रधानमंत्री जो कहते हैं, उसे पूरा भी करते हैं। उन्होंने कहा कि अब प्रधानमंत्री अपने इस वायदे को पूरा करके देश की 125 करोड़ की आबादी के दिलों में जल रही बदले की ज्वाला को शांत करें। उन्होंने कहा कि यदि देश को पूर्व सैनिकों की जरूरत पड़े तो समिति बॉर्डर पर जाने के लिए भी तैयार है। इस अवसर पर पूर्व सैनिकों के कई सामाजिक संगठनों के लोग भी मौजूद रहे।