फिजियोथैरेपिस्ट की मौत मामले में बड़ा खुलासा, जानने के लिए पढ़ें ये खबर

Monday, Sep 18, 2017 - 10:58 AM (IST)

बिलासपुर: जिला अस्पताल में तैनात फिजियोथैरेपिस्ट ज्योति ठाकुर की मौत के मामले में फोरैसिंक एक्सपर्ट डा. एन.के. सांख्यान ने एंटी मार्टम हैंगिंग रिपोर्ट पुलिस को दी है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि ज्योति की मौत फंदा लगाने से ही हुई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ज्योति के गले में फंदा लगने के बाद उसने इसे अपने गले से छुड़ाने की कोशिश भी की है, ऐसा दो ही परिस्थितियों में होता है। एक तो जब इंसान को फंदा लगाने पर कष्ट होता है तो और दूसरा उस स्थिति में जब कोई दूसरा उसे जबरन फंदे पर लटकाने की कोशिश कर रहा हो क्योंकि शव की जांच में ज्योति के फिंगर टिप्स यानी नाखूनों के आगे के हिस्सों में अंगुलियों पर सोजिश है जो सामान्य फंदे से बचने के लिए किए गए संघर्ष के दौरान पड़े दबाव के कारण हुए हो सकते हैं। हालांकि पुलिस महकमे ने वारदात की जगह पर दूसरे फोरैंसिक विशेषज्ञों की टीम से भी मुआयाना करवाया है। इस टीम ने भी इस अपराध में जांच की दिशा व दशा तय करने के लिए कुछ जरूरी सैंपल जमा किए हैं। पुलिस इनकी रिपोर्ट आने तक का इंतजार कर रही है। 

प्रारंभिक तौर पर नहीं मिला यौन उत्पीड़न का सुराग 
डा. सांख्यान ने यह भी स्पष्ट किया कि ज्योति का पोस्टमार्टम वक्त की नजाकत को देखते हुए ही रात को कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि इस घटना वाले दिन वे निजी कार्य के चलते शहर से बाहर थे तथा उस दिन शाम के समय ही वापस बिलासपुर पहुंचे थे। डा. सांख्यान के अनुसार ये सारी बातें उन्होंने पुलिस को लिखित में भी बता दी हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ज्योति के शव के भीतर से कई जरूरी सैंपल लेकर लैब को भेजे हैं जिनके आधार पर यौन उत्पीडऩ जैसे अपराध की बुनियाद तलाशने के प्रयास किए जा सकते हैं। हालांकि उन्हें प्रारंभिक तौर पर ऐसा कुछ भी नहीं मिला है। बता दें इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने भी पुलिस महानिदेशक व मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सी.बी.आई. जांच मांगी है, जिससे बिलासपुर पुलिस पर इस मामले को सुलझाने का दबाव बढ़ गया है लेकिन पुलिस फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है। पुलिस को यह भी डर है कि जल्दी-जल्दी में किया गया कोई खुलासा कहीं गुड़िया प्रकरण की तरह पुलिस को उलटा न पड़ जाए। 

कॉल डिटेल पुलिस के पास पहुंची, एस.आई.टी. के हाथ लगे अहम सुराग
इस मामले में पुलिस शीघ्र ही चौंकाने वाला खुलासा कर सकती है। इस मामले की जांच के लिए गठित एस.आई.टी. के हाथ कुछ ऐसे अहम सुराग लगे हैं जो इस मामले को नया मोड़ दे सकते हैं। जानकारी है कि ज्योति ठाकुर के निवास से पुलिस ने जो 3 फोन बरामद किए थे उनकी कॉल डिटेल पुलिस के पास आ चुकी है। इसी आधार पर पुलिस ने कुछ लोगों से पूछताछ भी की है। एस.आई.टी. टीम ने मृतका के आवास से लैपटॉप व कैमरे का जो मैमोरी कार्ड बरामद कर मंडी स्थित फोरैंसिक लैब में जांच के लिए भेजा है, पुलिस को सिम कार्ड व लैपटॉप से रिकवर किए गए डाटा व उनकी फोरैंसिक रिपोर्ट के आने का इंतजार है। फोरैंसिक रिपोर्ट आते ही पुलिस के हाथ लगे अन्य सबूतों की कडिय़ां जोड़कर इस मामले की जांच की दिशा निर्धारित हो जाएगी।