Watch Pics : औट में हाईकोर्ट के आदेश पर बड़ी कार्रवाई, 32 दुकानदारों की छिनी रोजी-रोटी

Saturday, Dec 23, 2017 - 06:36 PM (IST)

औट: मंडी व कुल्लू जिला की सीमा पर स्थिति औट की केशव माधव मार्कीट पर शनिवार को हाईकोर्ट के आदेश पर प्रशासन ने अमल किया। कारोबारियों ने उजाडऩे से पहले पुनर्वास न करने पर काला दिवस मनाया व मुंह में काली पट्टियां बांध कर प्रशासन के खिलाफ रोष व्यक्त किया। कारोबारियों ने हाईकोर्ट के आदेशानुसार 22 दिसम्बर को अपनी दुकानें शांतिपूर्ण तरीके से खाली कर दी हैं। शनिवार को एस.डी.एम. पूजा चौहान ने मार्कीट पर अपनी निगरानी में जे.सी.बी. चलाई। 

भूख हड़ताल पर बैठ गए दुकानदार 
इस दौरान सभी व्यापारी फोरलेन संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर की अध्यक्षता में पुनर्वासन के लिए एस.डी.एम. से मिले लेकिन एस.डी.एम. ने उनकी एक नहीं सुनी, जिसके बाद मार्कीट के 32 किराएदार दुकानदार अपने परिवार सहित तहसील मुख्यालय में भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। गौरतलब है कि केशव माधव मार्कीट जिला प्रशासन द्वारा 1990 में कारोबारियों को बचत समिति के पैसों से बनाई गई और स्थानीय दुकानदारों को दुकानें आबंटित की गई थीं लेकिन अब एन.एच.ए.आई. द्वारा अचानक इस मार्कीट को अवैध करार दिया गया तथा हाईकोर्ट ने इसे हटाने के आदेश दिए। 

नहीं रोक पाए आंसू
27 वर्ष पुरानी अपनी दुकानों को टूटता देख सभी कारोबारी अपनी आंखों से आंसू रोक नहीं पाए। व्यापारियों हरबंस लाल, जीवन शर्मा, बेली राम, प्रेम, लुदर मणि, रोशन लाल, मुकेश, रवि, दिनेश, धर्म चंद, कमलेश, लीलामणि, हेमराज वर्मा, सुरेश गुप्ता, गुलाब महंत व अमर सिंह  ने कहा कि हम विकास या फोरलेन के विरोध में नहीं हंै लेकिन जिला प्रशासन द्वारा अन्याय पूर्ण तरीके से हमें अवैध करार दिया गया। कारोबारियों का कहना है कि यह मार्कीट अवैध कैसे हो गई जबकि यह स्वयं जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई है।

प्रावधान किए बिना उजाड़ डाली दुकानें
कारोबारियों का कहना है कि भू-अधिग्रहण कानून 2013 के प्रावधानों को लागू किए बिना प्रशासन ने उनकी दुकानें उजाड़ डाली हैं। उन्होंने कहा कि जीवन इतना बीत चुका है कि इस उम्र में वे न तो नौकरी कर सकते हंै और न ही कोई अन्य कारोबार। बच्चों की पढ़ाई, बुजुर्गों की दवाई व रोजी-रोटी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो चुकी है लेकिन प्रशासन बसाने की जगह उजाडऩे पर उतारू हो गया है। उन्होंने कहा कि जब तक हमें पुनस्र्थापित नहीं किया जाता, हम भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे।

कानून के तहत पुनस्र्थापित किए जाएं 32 परिवार
ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर ने प्रशासन से मांग की है कि इस मार्कीट के उजडऩे से 32 परिवारों के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है, इसलिए उन्हें कानून के तहत पुनस्र्थापित किया जाए। इस मौके पर फोरलेन संघर्ष समिति के सचिव बृजेश महंत, युवा विंग के अध्यक्ष धर्मेंद्र ठाकुर, कोषाध्यक्ष मंगत राम शर्मा, कैलाश शर्मा, व्यापार मंडल औट के प्रधान विनोद सिंह चावला व खुशी राम शर्मा आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे। 

क्या कहते हैं अधिकारी
एस.डी.एम. सदर पूजा चौहान ने बताया कि हमें तय डैडलाइन के तहत हाईकोर्ट को जवाब देना है कि हमने अवैध कब्जे हटा दिए हैं। पुनर्वासन व पुनस्र्थापन का मसला बड़े अधिकारी ही सुलझा सकते हैं।