60 हजार शिव भक्तों ने लगाई मणिमहेश डलझील में डुबकी

Monday, Sep 03, 2018 - 09:36 PM (IST)

भरमौर: जन्माष्टमी के पावन पर्व पर लगभग 60 हजार से अधिक शिव भक्तों ने मणिमहेश डलझील में पवित्र स्नान किया। इस दौरान भारी बारिश के चलते कैलाश पर्वत पर हुई हल्की बर्फबारी के कारण कड़ाके की ठंड हो गई है। इस बार पहली अगस्त से ही यात्रा की भीड़ उमडऩी शुरू हो जाने से इस यात्रा से पहले ही हजारों लोग यहां अपनी हाजिरी लगा चुके हैं। गत दिन सुंदरासी के समीप हुए भू-स्खलन के बावजूद शिव भक्तों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है तथा भारी बारिश के बाद यात्रा फिर से सुचारू रूप से चल रही है। भारी बरसात तथा कड़ाके की शीतलहर के कारण गौरीकुंड एवं डल झील पर तिल धरने को स्थान नहीं है। तमाम मुश्किलों एवं खराब रास्तों के बावजूद भी यात्रियों का उत्साह देखते ही बनता है। चम्बा-भरमौर मार्ग पर हड़सर तक लगने वाले घंटों लंबे जाम इसका प्रमाण हैं। यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यात्रियों को कोई समस्या न हो, इसके लिए यथासंभव प्रयास किए गए हैं। यह यात्रा 17 सितम्बर तक अधिकारिक रूप से चलेगी। यात्रियों के वापस होने का क्रम भी शुरू हो गया है। इस वजह से सोमवार को पूरा दिन हड़सर में कई घंटों तक लोगों को जाम से जूझना पड़ा। भरमौर-हड़सर मार्ग पर भी सांदी से आगे वाहन का जाना काफी मुश्किल है।


दो प्रकार के होते हंै न्हौण
जब अगस्त महीने में यह स्नान होता है तो इसे गर्म न्हौण कहा जाता है। इस गर्म न्हौण में मनोवैज्ञानिक तौर पर कम ठंड का एहसास होता है इसीलिए इस न्हौण को ही जन सैलाब उमड़ता है। मगर जब न्हौण ठंडा होता है तो संख्या में भी अक्सर कमी महसूस की जाती है। इस वर्ष जिस प्रकार से शिव भक्तों ने यहां का रुख किया है, उससे तो लगता है कि पिछले सभी रिकार्ड टूटेंगे क्योंकि पहली अगस्त से आज तक लाखों की संख्या को यह आंकड़ा पार कर गया है।

Kuldeep