छरोड़नाला में आधी रात को बजी घंटियां, मुर्गे-बकरे का चढ़ा खून

Tuesday, May 22, 2018 - 06:00 PM (IST)

कुल्लू: हाईकोर्ट के आदेशों से डरे-सहमे अवैध कब्जाधारी अब तांत्रिकों की शरण में चले गए हैं। मोटी दक्षिणा अदा करके लोक निर्माण विभाग की जमीन पर कुंडली मारकर बैठे अवैध कब्जाधारी अब तांत्रिकों को बुलाकर तंत्र विद्या के दम पर अवैध भवनों व अवैध दुकानों को बचाने की फिराक में हैं। बीते रोज आधी रात को कब्जाधारियों ने तांत्रिकों से पूजा करवाई। आधी रात को बकरों और मुर्गों के चीखने की आवाजें भी लोगों को सुनाई दीं। आधी रात को घंटियां बजने से कई लोगों की नींद भी खराब हुई। तांत्रिकों ने अवैध मकानों, दुकानों और अवैध कब्जे वाली लोक निर्माण विभाग की जमीन में पूजा की। उस जमीन पर खून के दाग भी पाए गए और कई जगह कई तरह के अनाज मिश्रित करके फैंके गए थे। अनाज के बीच मिर्च आदि भी देखी गई।


कार्रवाई से बचने के लिए ले रहे तांत्रिकों का सहारा
जानकारों की मानें तो तंत्र विद्या के तहत कोई कार्य करना हो तो उसके लिए मिर्च का भी इस्तेमाल होता है। प्रदेश हाईकोर्ट ने कुछ दिन पहले कुल्लू के डी.सी. को छरोड़नाला गांव में लोक निर्माण विभाग की सड़क पर बने अवैध मकानों, दुकानों और अन्य खाली जमीन पर हुए कब्जों को हटाने को कहा है। इस पर प्रशासन ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। अप्रैल और मई, 2017 में लोक निर्माण विभाग ने अवैध कब्जाधारियों को जमीन खाली करने के नोटिस भी दिए हुए हैं। अब हाईकोर्ट ने कब्जाधारियों के खिलाफ कार्रवाई कर अवैध कब्जों को खाली कर सड़क चौड़ी करने को कहा है। कब्जाधारी कार्रवाई से बचने के लिए तांत्रिकों से भी आधी रात को पूजा करवा रहे हैं।


बलि की आशंका
छरोडऩाला गांव में आधी रात को तांत्रिकों द्वारा किए गए कर्मकांड से लोग दहशत में हैं। जगह-जगह खून के दाग देखकर लोग चर्चा कर रहे हैं कि अवैध कब्जाधारियों ने जानवरों को मारकर बलि आदि दी होगी। लोग यह भी चर्चा कर रहे हैं कि यदि तंत्र विद्या के दम पर किसी को मनमानी करने की परमिशन मिल जाती तो आज चारों ओर चोर-उचक्कों का बोलबाला होता। वास्तविकता को कुचला नहीं जा सकता और दस्तावेजों में लिखे लेखे-जोखे व रिकार्ड को मिटाया नहीं जा सकता।


क्या कहता है बुद्धिजीवी वर्ग
कुल्लू के बुद्धिजीवियों ज्ञान सिंह ठाकुर, डा. दयानंद सारस्वत, मोहन लाल शर्मा, पुरुषोत्तम शर्मा, रमेश कुमार शर्मा व बागवानी विभाग से सेवानिवृत्त हुए बी.एस. ठाकुर ने कहा कि यदि तंत्र विद्या से किसी को नुक्सान पहुंचाया जा सके  या किसी कार्य को रोका जा सके तो शायद विकास कार्य ही न हों। ऐसे तांत्रिकों के झांसे में वे लोग आते हैं जो कानून तोड़ते हैं या नियमों को नहीं मानते। तांत्रिकों के झांसे में आने वाले लोगों को कई बार मनोरोग चिकित्सकों से भी सलाह लेने की जरूरत होती है।


एन.जी.टी.-हाईकोर्ट के आदेशों की होगी अनुपालना
डी.सी. कुल्लू यूनुस ने कहा कि हर बैठक में नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और हाईकोर्ट के आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित करवाने के लिए चर्चा होती है। अधिकारियों को कहा गया है कि नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और हाईकोर्ट के आदेशों की अनुपालना में किसी तरह की कोताही न बरती जाए। अवैध कब्जों के मामलों में भी हाईकोर्ट के आदेशानुसार कार्रवाई की जा रही है।

Vijay