मंडी जिला की यह नगर परिषद विकास के मामले में हुई पीछे, जानिए कैसे

Monday, Jul 03, 2017 - 01:56 AM (IST)

नेरचौक: विकास के नाम पर नेरचौक कस्बे की जनता पर थोपी गई नगर परिषद पर नाम बड़े और दर्शन छोटे वाली कहावत साबित हो रही है। नगर परिषद नेरचौक को बने हुए लगभग डेढ़ वर्ष का समय बीत चुका है लेकिन नगर परिषद में किसी भी प्रकार के विकास कार्य को अंजाम नहीं दिया गया है। आजकल नगर परिषद किसानों की सहूलियत को बने किसान भवन में ही चल रही है। अभी हालांकि अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को बने 3 माह हो चुके हैं और इस पर कब्जा अब भाजपा का हो चुका है। अब नए नुमाइंदे स्टाफ का रोना रोकर कोई काम नहीं कर पा रहे हैं। फलस्वरूप नगर परिषद में शामिल लगभग 6 पंचायतों की जनता भी सरकार व नगर परिषद से परेशान हो चुकी है।  

पार्षद विकास कार्यों को नहीं दे पा रहे अंजाम 
नगर परिषद नेरचौक के सभी पार्षद लगभग 3 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान होने के बावजूद किसी भी विकास कार्यों को अंजाम नहीं दे पाए हैं। लगभग आधे वार्डों में ही सिर्फ स्ट्रीट लाइट व रास्तों के निर्माण कार्य शुरू कर पाए हैं। शेष वार्डों में अभी कोई भी कार्य शुरू नहीं हो पाया है। पार्षदों का कहना है कि कार्यालय में स्टाफ न होने की वजह से वह किसी भी विकास कार्यों को करवाने में असमर्थ हैं। 

लाखों की आय आना शुरू लेकिन खर्चे कहां
नगर परिषद को स्ट्रीट बैंडिंग एक्ट, टी.सी.पी. एवं विभिन्न प्रकार की एन.ओ.सी. एवं प्रमाण पत्र जारी करने से लाखों रुपए मासिक आय के रूप में आना शुरू हो गया है। यही नहीं नगर परिषद में शामिल पंचायतों की चल-अचल संपत्ति से भी आय में बढ़ौतरी हुई है बावजूद इसके विकास के कार्य को अंजाम नहीं दिया जा रहा है। 

साफ-सफाई ठप्प
नेरचौक की भौगोलिक परिस्थिति ऐसी है कि यहां से गुजरने वाले नदी-नालों व सड़क किनारे बनी नालियों की कहीं भी निकासी नहीं होती। हालांकि कूड़ा-कचरा प्रबंधन के लिए कुछ वार्डों में कार्य शुरू किया गया है लेकिन वह भी सही ढंग से नहीं हो पा रहा है। कूड़ा-कचरा उठाने वाले ठेकेदार लोगों से मनमर्जी की वसूली कर रहे हैं। 

सभी पद चल रहे रिक्त 
नगर परिषद नेरचौक के सभी पद इस समय रिक्त हैं। किसी भी अधिकारी एवं कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ति नहीं की गई है। नगर परिषद मंडी क ी महिला कार्यकारी अधिकारी को अतिरिक्त कार्यभार यहां का सौंपा गया है जबकि उनके पास मंडी के अलावा सुंदरनगर व रिवालसर का भी अतिरिक्त कार्यभार है। एक कनिष्ठ अभियंता की नियुक्ति स्थायी तौर पर हुई है, वह भी पिछले कई दिनों से छुट्टी पर है। केवल चपड़ासी ही यहां तैनात है।

सभी वार्डों के चुनावों को लगा एक वर्ष
नगर परिषद नेरचौक के लिए सीधे बिना नगर पंचायत बनाए बल्ह खंड की लगभग आधा दर्जन पंचायतों को मर्ज कर 11 नगर परिषद के वार्ड बनाए गए लेकिन 11 वार्डों की चुनाव प्रक्रिया संपन्न करवाने में एक वर्ष से भी अधिक समय लग गया। पार्षद अभी 3 ही बैठकें कर पाए हैं। 

नहीं मिल पा रहे समय पर प्रमाण पत्र 
नगर परिषद नेरचौक के 11 वार्डों की जनता को विभिन्न प्रकार के प्रमाण पत्र बनाने में भी महीनों लग रहे हैं। बिजली व पानी के कनैक्शनों को मिलने वाली एन.ओ.सी. लेने में भी लोगों को कार्यालय के कई चक्कर काटने पड़ रहे हैं।