कुल्लू के अनछुए पर्यटन स्थलों को विकसित करने की कवायद शुरू, नए स्पॉट चिन्हित (Video)

Saturday, May 11, 2019 - 04:14 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप): पहाड़ों का रोमांच देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। इसी का नतीजा है कि साल दर साल कुल्लू में पर्यटकों की चहलकदमी में इजाफा हो रहा है। मनाली और मणिकर्ण की वादियां ही पर्यटकों की पसंदीदा सैरगाह बनी हुई हैं। अब जिला पर्यटन विभाग अन्य स्थलों को भी विकसित करने की कवायद में जुटा है। बाकायदा विभाग ने ऐसे स्थलों का निरीक्षण भी किया है। रिपोर्ट लगभग तैयार हो चुकी है तथा जल्द ही इन स्थलों पर मुहर लगने की आस है, ऐसे में कुल्लू जिला के करीब आधा दर्जन स्थलों पर जल्द ही पर्यटकों का हुजूम दिखने वाला है।

पर्यटकों से नहीं होगी लूट-खसूट

पर्यटन व्यवसाय से हजारों लोगों को रोजगार के द्वार भी खुल रहे हैं। विभाग के आंकड़ों की बात करें तो रिवर राफ्टिंग के स्ट्रेच चिन्हित किए गए हैं। इनमें रायसन-बंदरोल, बबेली-वैष्णो माता और पिरड़ी से झीड़ी आदि शुमार हैं। लंबाई के हिसाब से पर्यटकों से पैसा लिया जाता है। 3-4 किलोमीटर के 600 रुपए प्रति व्यक्ति रेट निर्धारित किया गया है। यदि इनमें से अधिक रुपए की वसूली हुई तो कार्रवाई की जा सकती है। कुल्लू में पिरड़ी से लेकर झीड़ी तक का स्ट्रेच सबसे बड़ा है। 14 किलोमीटर तक की दूरी मापने की एवज में प्रति पर्यटक 1200 रुपए निर्धारित किए गए हैं। इस व्यवसाय में सैंकड़ों लोग जुड़े हुए हैं।

कुल्लू में पैराग्लाइडिंग की 6 साइटें पंजीकृत

रिवर राफ्टिंग के व्यसाय में 82 कंपनियां पंजीकृत हैं। इसमें 326 गाइड पंजीकृत हैं जबकि परोक्ष रूप से इनकी संख्या में और भी इजाफा है। इसी तरह पैराग्लाइडिंग के व्यवसाय में 32 कंपनियां पंजीकृत हैं तथा 293 पायलट इनके साथ पंजीकृत हुए हैं। कुल्लू जिला में मौजूदा समय में पैराग्लाइडिंग की 6 साइटें पंजीकृत हैं। इनमें मढ़ी, गुलाबा, मझाच, डोभी, सोलंगनाला व तलोगी आदि शामिल हैं जबकि नांगाबाग व गड़सा आदि साइटों का कमेटी ने निरीक्षण किया है। इसकी भी जल्द रिपोर्ट पर्यटन महकमे के आलाधिकारियों को सौंपी जाएगी, ऐसे में पैराग्लाइडिंग के स्थलों में और भी बढ़ौतरी हो जाएगी। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ऐसे में पर्यटकों का और भी कुनबा इन स्थलों की ओर आकर्षित हो जाएगा।

विभाग ने चिन्हित किए ट्रैकिंग रूट

जिला पर्यटन अधिकारी भाग चंद नेगी ने बताया कि पर्यटन विभाग कुल्लू जिला के अनेक स्थलों का कायाकल्प करने जा रहा है। इन स्थलों का खाका भी तैयार हो चुका है। जल्द ही इन्हें विकसित करने की कवायद भी शुरू होगी। इन स्थलों में लगघाटी का मठासौर, कायसधार, तेलंग व आनी का बागासराहन आदि स्थान शामिल है। ये स्थल कई ऐतिहासिक महत्व भी अपने गर्भ में छिपाए हुए हैं। काफी समय से इन स्थलों के कायाकल्प भी बातें हो रही थीं। आखिरकार विभाग ने इनके लिए ट्रैकिंग रूट चिन्हित किए हैं, ऐसे में जल्द ही इन स्थलों पर भी पर्यटकों की चहलकदमी हो जाएगी, साथ ही मनाली व मणिकर्ण की ओर जाने वाले पर्यटक भी कन्वर्ट हो जाएंगे, जिससे हर घाटी में रोजगार के द्वार खुल जाएंगे।

Vijay