कार्रवाई से पहले कसोल में लोग खुद ही तोड़ने लगे अपने अवैध होटल, जानिए वजह

Monday, Jun 25, 2018 - 11:13 AM (IST)

कुल्लू (शम्भू प्रकाश): जब किसी बात का डर हो या गाज गिरे तो नियमों की धज्जियां उड़ाने का क्रम भी थमने लगता है। हाईकोर्ट के आदेशों पर इन दिनों अवैध होटलों के मालिक बन बैठे लोगों के हाथ पांव फूल गए हैं। हाइकोर्ट ने जैसे ही 48 होटलों को बंद करने के आदेश जारी किए तो कइयों के होश उड़ गए हैं। 27 जून को प्रशासन कार्रवाई करते हुए इन होटलों को सील करेगा। प्रशासन ने इसके लिए 450 से अधिक तालों की खरीद की हुई है। कई होटलों के प्रवेश द्वार सहित अन्य कमरे भी सील होंगे। प्रशासन की ओर से हाइकोर्ट के आदेशों पर कार्रवाई की तारीख मुकर्रर किए जाने से कइयों ने अपने होटलों के अवैध पाए गए हिस्से को खुद ही तोड़ना शुरू कर दिया है। ऐसा करके इन होटल संचालकों को राहत की उम्मीद है।


निशानदेही के दौरान इन होटलों का कुछ हिस्सा वन भूमि पर पाया गया था। इस हिस्से को गिराकर ही इन लोगों को राहत मिल सकती थी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए लोगों ने तोड़ने का काम शुरू कर दिया। प्रशासन का कहना है कि तीन होटल संचालकों ने अपने दस्तावेज पूरे कर लिए हैं। 27 को मौके पर निरीक्षण के बाद इन होटलों को लेकर भी निर्णय लिया जाएगा। ये तीन होटल दस्तावेज पूरे न होने के कारण कार्रवाई की जद में आए थे। उधर, 27 जून को होने वाली कार्रवाई को लेकर प्रशासन ने पहले ही चार पंचायतों के लोगों को अपने लाई सेंसी हथियार नजदीकी थाना या चौकी में जमा करवाने को कहा है। 


पर्यटक सीजन के मौके पर झटका
हाईकोर्ट के आदेशों पर पर्यटक सीजन के एन मौके पर बड़ा झटका लगा है। लोगों में चर्चा है कि आखिर अवैध भवन व अन्य अवैध कार्य कब तक टिक पाएंगे। जो लोग अपने होटलों के अवैध हिस्से को तोड़ रहे हैं तो इसका भी निरीक्षण किया जाएगा। इसकी रिपोर्ट हाइकोर्ट को देंगे। अवैध हिस्से को तोड़ने वाले लोगों और दस्तावेज पूरे करने वाले लोगों को राहत मिल सकती है।

Ekta