ब्यास का रुख मोडऩे से 17 से 18 मील तक के ग्रामीणों में दहशत

Tuesday, Dec 17, 2019 - 09:30 AM (IST)

मनाली (ब्यूरो): मनाली उपमंडल में ब्रान के पास ब्यास नदी में मशीन लगाकर बार-बार इसका रुख मोडऩे से 18 मील व 17 मील गांवों के लोग परेशान हैं। ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया है कि कभी अपनी निजी भूमि बचाने के नाम पर तो कभी पुल की मुरम्मत के नाम पर ठेकेदारों द्वारा जे.सी.बी. को नदी में उतार कर नदी का रुख मोड़ कर लोगों की जान जोखिम में डाली जा रही है। उक्त दोनों ही गांव नदी के साथ बसे हुए हैं, जिनमें सैंकड़ों मकानों के साथ-साथ सीनियर सैकेंडरी स्कूल, अस्पताल, पंचायत भवन, पटवार भवन और वैटर्नरी अस्पताल शामिल हैं। लोगों ने आरोप लगाया है कि दोनों ही गांव नदी में बाढ़ का दंश झेलते हैं, जिससे लोगों की जान पर बन आती है।

बावजूद इसके नदी में अवैध रूप से घुसाई जा रही मशीनों पर कोई रोक नहीं लगाई जा रही है। बरान पंचायत प्रधान चंदु राम, पांच राकेश शर्मा, पुष्प देवी और ग्रामीण पवन ठाकुर, ठाकुर दास, मोहन लाल, मेहर चंद, बबली व राम कृष्ण आदि का कहना है कि कुछ माह पूर्व भी नदी के दूसरी तरफ बनी एक कैंप साइट को बचाने के लिए इसके संचालक नदी का बहाव गांव की तरफ मोड़ दिया था। लोगों की शिकायत के बाद पुलिस और बी.डी.ओ. मौके पर पहुंचे थे और चेतावनी के बाद मशीन को इस शर्त पर जाने दिया था कि वे हटाए गए मलबे को वापस उसी स्थान पर रख कर नदी के रुख से छेड़छाड़ नहीं करेंगे।

 

kirti