नहीं बिक पाएगी अब बी.बी.एम.बी. की जमीन पर खेती करने वालों की उपज
Sunday, May 02, 2021 - 12:45 PM (IST)
फतेहपुर (अजय): पूर्व की कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके स्वर्गीय सुजान सिंह पठानिया के कार्यकाल में निर्मित सब्जी व दाना मंडी अब काम करने शुरू हो गई है जिसमें शनिवार तक 1000 क्विटंल तक गेहूं की खरीद की जा चुकी है। हर दिन किसान यहां अपनी उपज पहुंचा कर अधिकतम बिक्री मूल्य 1975 रुपए प्रति क्ंिवटल पा रहे हैं। छोटे किसानों में गोपाल जम्वाल ने कहा कि पहले किसानों को व्यापारी कम कीमत देते थे लेकिन अभी उन्हें अपनी उपज की सही कीमत मिल रही है। फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा बताए गए नियमों के अनुसार किसानों को हिमाचल प्रदेश में प्रति कनाल 1.5 किं्वटल गेहूं की औसत से उपज को आधार मान कर अपने खाने के लिए गेहूं रखने उपरांत अतिरिक्त गेहूं को मंडी में बिक्री करने का विकल्प है जिस पर उन्हें अधिकतम बिक्री मूल्य दिया जा रहा है।
लेकिन अगर ऐसे किसानों की बात करें जो बी.बी.एम.बी. की जमीन पर खेती करके सैंकड़ो बोरी गेंहू निकलते थे उन्हें अपनी गेहूं बेचने में मुश्किल आने बाली है क्योंकि अगर किसी के पास अपनी मालकियत भूमि नहीं है तो उनको अपनी फसल बेचने के लिए दूसरे विकल्पों पर गौर करनी पड़ेगी। किसानों की मानें तो मंडी में उपज बेचने के लिए सरकार या विभाग के पास ऐसा सॉफ्टवेयर होना चाहिए जिससे किसान की जमीन की जानकारी मिल सके व किसान को पर्चे निकालने लोकमित्र केंद्र तक ना जाना पड़े क्योंकि एक तरफ इस समय फसल कटाई का काम होता है। अतः किसानों का समय बर्बाद ना हो। इस पर कृषि विभाग के जिला कृषि अधिकारी डाॅ. सुशील कुमार ने बताया कि सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार ही मंडियों में खरीद हो रही है व किसानों से पर्चा, आधार कार्ड व उनकी बैंक खाता लिया जा रहा है ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो।
पानी की समस्या है मंडी में
सब्जी व आनाज मंडी के प्रधान मलकियत सिंह धारीबाल ने बताया कि मंडी में पानी समय≤ आता है और जो आता है उससे पानी शौचालय के टैंक तक नहीं पहुंच पाता जिससे शौचालय जाना मुश्किल होता है। वहीं पीने का पानी भी समय पर आने के कारण लोगों को कई बार पीने के लिए पानी नहीं मिलता। उन्होंने सरकार से गुहार लगाई की मंडी में 24 घंटे पानी का प्रावधान किया जाए। वहीं अधिशाषी अभियंता सुशील कटोच ने बताया कि अगर आनाज मंडी में पानी की समस्या है तो उसका शीघ्र निवारण किया जाएगा।