West Bengal में बवाल, हिमाचल में भी समर्थन के लिए सड़कों पर उतरे Doctor's

Friday, Jun 14, 2019 - 01:50 PM (IST)

कुल्लू/नाहन (मनमिंदर/सतीश): पश्चिम बंगाल में डॉक्टर पर हुए हमले के विरोध में हिमाचल प्रदेश में भी डॉक्टर्स सड़कों पर उतर आए हैं। भारतीय चिकित्सा संघ पूरे देश में चिकित्सकों के विरुद्ध हिंसा के विरोध में राष्ट्रीय विरोध दिवस मना रहा है। संस्था में चिकित्सकों के विरुद्ध और स्वास्थ संस्थानों में हिंसा के विषय में संज्ञान लेना पड़ रहा है। पश्चिम बंगाल में युवा डॉक्टर पर भीड़ ने हमला कर दिया था जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई और अपनी जिंदगी से जूझ रही है। भारतीय चिकित्सा संघ चिकित्सालयों में हिंसा के विरुद्ध राष्ट्रीय कानून की मांग कर रही है।

विश्व चिकित्सा संघ ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों में हिंसा के विरुद्ध प्रस्ताव पास किया है और सख्त कानून बनाने की मांग रखी है। कुल्लू जिला चिकित्सा संघ ने भी उपायुक्त कुल्लू के माध्यम से प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को ज्ञापन सौंपा है ताकि देश भर में इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगे। साथ ही डॉ अपनी जिम्मेदारियां अच्छे से निभा सकें। संघ ने आज काले बैच लगाकर धरना-प्रदर्शन किया और डॉक्टरों के प्रति बढ़ रहे हिंसक घटनाओं की कड़े शब्दों में निंदा की। वहीं भारतीय संघ की कुल्लू शाखा के अध्यक्ष डॉक्टर ओम पाल शर्मा ने बताया कि पश्चिम बंगाल में हुई इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं और प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मांग करते हैं कि विषय पर कठोर कदम उठाए जाएं। 

नाहन में एमबीबीएस प्रशिक्षुओं का रोष प्रदर्शन

पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट को लेकर नाहन मेडिकल कॉलेज ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। एमबीबीएस के छात्रों ने माथे पर सफेद पट्टी बांधकर रोष प्रदर्शन किया। एमबीबीएस छात्रों ने नहान मेडिकल कॉलेज परिसर से लेकर गुन्नूघाट बाजार से होते हुए वापस मेडिकल कॉलेज तक रोड शो के माध्यम से रोष प्रकट किया। मेडिकल कॉलेज के प्रवक्ता डॉ प्रवीण ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चिकित्सक के साथ हुई मारपीट को लेकर निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और चिकित्सकों के साथ हो रहे अत्याचारों पर रोक लगनी चाहिए। नाहन की एमबीबीएस प्रशिक्षुओं ने बताया कि डॉक्टर बनने के लिए वो लोग दिन-रात मेहनत करते हैं। डॉक्टर बनने के बाद अगर कोई डॉक्टर किसी मरीज को नहीं बचा पाता है तो उसमें आम जनता डॉक्टर को जिम्मेदार ठहराते हैं जो कि सरासर गलत है क्योंकि डॉक्टर भी एक इंसान ही होता है न कि भगवान। उन्होंने कहा कि आम जनता को डॉक्टरों का सहयोग करना चाहिए न कि मारपीट करनी चाहिए।

Ekta