बावा को इंटक प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाने पर भड़के समर्थक, सुक्खू का फूंका पुतला

Tuesday, Jun 26, 2018 - 05:03 PM (IST)

परवाणु (नरेश पाल): प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू द्वारा इंटक के प्रदेशाध्यक्ष बावा हरदीप सिंह को पद से हटाने पर युवा इंटक बिफर गई है। इसके विरोध में मंगलवार को उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष यशपाल सिंह ठाकुर के नेतृत्व में परवाणु के मुख्य चौक पर सुक्खू का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान समर्थकों ने सुक्खू को कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाने की मांग की और यदि ऐसा नहीं किया तो आने वाले लोकसभा चुनाव में युवा इंटक साथ न देने की चेतावनी दे डाली। 


इस मौके पर यशपाल ने कहा कि इतने बड़े अध्यक्ष पद पर बैठ कर गैर जिम्मेदाराना तरीके बावा को हटाया है और किसी दूूसरे को नियुक्ती दी है, जबकि यह सुक्खू के अधिकार क्षेत्र में नहीं है। सिंह को 20 अगस्त 2017 को बिलासपुर में 118 यूनियनों के डेलिगेटों ने 3 साल के लिए अध्यक्ष चुना है और सुक्खू चाह कर भी अगस्त 2020 तक बावा को अध्यक्ष पद से नहीं हटाया जा सकता है। इसके बाद भी कांग्रेस के किसी भी अध्यक्ष या कोई पदाधिकारी इंटक में किसी भी तरह के नियुक्ती करने का अधिकार नहीं है। इंटक एक सविधानिक संस्था है और सुक्खू को ऐसी गैर जिम्मेदाराना हरकत करने से पहले इंटक का सविधान पढ़ लेना चाहिए था। 


इसके अलावा हमें सूत्रों के हवाले से पता चला है कि उनकी नजर में डा. जी. संजीवा रेड़ी भी इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं है। अगर उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष के बारे में जानना है तो इंटक के हैड़ आफिस दिल्ली जाए। जहां से उन्हें पता चलेगा कि इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी.संजीवा रेड़ी है और इंटक के प्रदेशाध्यक्ष हरदीप सिंह हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के हरकत के विरोध में अब युवा इंटक प्रदेश के हर जिले में सुक्खू के पुतले जलाए जाएंगे, जिसकी शुरुआत आज परवाणु से हो चुकी है। 


उन्होंने कहा कि उनकी इस हरकत से जाहिर हो रहा है कि उनका दिमागी संतुलन बिगड़ चुका है अगर कांग्रेस पाट्री उनका इलाज करवाने में सक्षम नहीं है तो इंटक से जुड़े मजूदर साथी चंदा इकट्ठा कर उनका इलाज करवा सकते हैं। युवा इंटक के प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि अब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष को इंटक में इखल देने का इतना ही शौक है तो वह खुद इंटक में बावा हरदीप सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ ले। उन्होंने कहा कि अभी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष के पद पर विराजमान सुक्खू पहले अपना अध्यक्ष पद के लिए चुनाव करवा ले और फिर उसके बाद इंटक को छोड़कर कांग्रेस में किसी को नियुक्ती दें। 


 

Ekta