मंदिर के बाबा की मौत पर बारीं में बवाल

Tuesday, Nov 08, 2016 - 12:42 AM (IST)

हमीरपुर: गत शनिवार से झनिक्कर उप स्वास्थ्य केंद्र के बाहर पड़े 80 वर्षीय संतोषी माता मंदिर बारी के बाबा लकड़ नाथ की सोमवार सुबह तीसरे दिन रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई।

 

महंत लकड़ नाथ की मौत की सूचना झनिक्कर निवासी व पूर्व उपप्रधान राजेंद्र सिंह ने स्थानीय पंचायत व टौणी देवी पुलिस को दी, जिसके बाद स्थानीय पंचायत प्रधान बबीता चौहान, वार्ड पंच ऊधो राम, उपप्रधान व अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे तथा टौणी देवी पुलिस चौकी से भी हवलदार ओमराज सहित अन्य पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे। हवलदार ओमराज ने मृतक बाबा लकड़ नाथ के शव को कब्जे में लिया। इसके बाद संतोषी माता मंदिर में बाबा की कुटिया में लगी रहस्यमयी आग से हुए नुक्सान का आकलन भी पुलिस के समक्ष पंचायत ने किया।

 

बाबा की रहस्यमयी मौत के बाद स्थानीय लोग कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर बाबा बीमारी से मरा तो उसका उपचार स्थानीय मंदिर कमेटी ने 2 दिन तक क्यों नहीं करवाया। 2 दिनों तक बाबा बेहोशी की हालत में उप स्वास्थ्य केंद्र झनिक्कर के बाहर पड़ा रहा तो उसे उपचार के लिए क्यों नहीं ले जाया गया। स्थानीय पुलिस को जब गत शनिवार को स्थानीय निवासी राजेंद्र सिंह ने दूरभाष पर बाबा के बेहोश पड़े होने की सूचना दी तो उसे क्यों वहां से नहीं उठाया गया। बाबा की कुटिया में आग कैसे लगी।

 

बारीं पंचायत प्रधान बबीता चौहान ने कहा कि बाबा की मौत के बाद बाबा के पोस्टमार्टम तथा मंदिर की जिम्मेदारी लेने कोई नहीं आया तो पुलिस के समक्ष मंदिर में ताले लगाकर स्थानीय वार्ड पंच को मंदिर की देखरेख का जिम्मा सौंपा। इसके बाद पंचायत सदस्यों को पुलिस के साथ बाबा के शव को पोस्टमार्टम के लिए हमीरपुर अस्पताल भेजा, जहां पर पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव पंचायत को सौंप दिया। पंचायत के वार्ड पंच ऊधो राम, अनिल चौहान, उपप्रधान व सुरेश कुमार सहित अन्य ने बाबा का अंतिम संस्कार हथली खड्ड में कर दिया।

 

सदर थाना के एसएचओ कुलदीप कुमार ने बतााय कि बाबा लकड़ नाथ का पोस्टमार्टम करवाकर बारीं पंचायत सदस्यों को शव सौंप दिया है। बाबा की मौत कैसे हुई इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद चलेगा। पुलिस उक्त मामले में छानबीन कर रही है।