16 जून से नहीं ले पाएंगे मछली का स्वाद, हिमाचल के इन 5 बड़े जलाशयों में 15 अगस्त तक रहेगा मत्स्य आखेट पर प्रतिबंध

punjabkesari.in Sunday, Jun 12, 2022 - 05:17 PM (IST)

बिलासपुर (शुभम): 16 जून से 15 अगस्त तक हिमाचल प्रदेश के 5 बड़े जलाशयों में मत्स्य आखेट पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। मछुआरा चाहे छोटा हो या फिर बड़ा, किसी को भी मछली आखेट के लिए परमिशन नहीं दी जाएगी। अगर कोई भी मछुआरा ऐसा करता पाया जाता है तो मौके पर ही उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई से लेकर सजा तक का प्रावधान एक्ट में किया जाएगा। 2 माह तक बंद इस सीजन में मत्स्य विभाग पूरे प्रदेशभर में 50 से अधिक कैंप आयोजित करने जा रहा है, जिनके माध्यम से शरारती तत्वों पर पूरी नजर रखी जाएगी। मत्स्य विभाग के निदेशक सतपाल मेहता ने पुष्टि करते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर की गोबिंद सागर झील, कांगड़ा के पौंग डैम, चम्बा के चमेरा डैम, कांगड़ा की सीमा पर रणजीत सागर डैम व बिलासपुर का कोल डैम ऐसे 5 बड़े जलाशय हैं, जिनमें मत्स्य आखेट पर प्रतिबंध लगाया गया है। उन्होंने बताया कि जलाशयों में पूरी नजर रखने के लिए विभाग की ओर से फ्लाइंग स्क्वायड की भी तैनाती की गई है। दिन-रात ये टीमें इन जलाशयों में वोट व सड़क मार्ग के माध्यम से नजर रखेंगी। 

पहले 1 जून से 31 अगस्त तक रहता था प्रतिबंध
जानकारी के अनुसार प्रतिबंधित 2 माह के दौरान मछुआरों को विभाग की ओर से सहायता राशि भी प्रदान की जाती है। 2 माह में मछुआरों को 4400 रुपए की अनुदान राशि दी जाती है। बताते चलें कि पहले हर वर्ष 1 जून से 31 अगस्त तक मत्स्य आखेट पर प्रतिबंध रहता था लेकिन मौसम में आए बदलाव को ध्यान में रखते हुए पिछले साल से मत्स्य विभाग ने इस शैड्यूल में आवश्यक बदलाव किया है, जिसकी सरकार से अनुमति लेकर व्यवस्था लागू की है। अब हर साल 16 जून से 16 अगस्त तक जलाशयों में मछली शिकार पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इस बार भी मत्स्य विभाग ने तमाम बंदोबस्त कर लिए हैं और सभी अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक कर आगे की सारी योजना तैयार कर ली है।

हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vijay

Recommended News

Related News