विधानसभा चुनाव : जीत के जश्न में बाधा बनेंगे सैनिकों के बैलेट पेपर

Sunday, Dec 17, 2017 - 01:57 AM (IST)

हमीरपुर: पहले से ही चुनाव नतीजों के लिए प्रत्याशियों और प्रदेश की जनता को लंबा इंतजार करना पड़ा है और अब मतगणना के दिन 18 दिसम्बर को भी चुनाव नतीजे आने में प्रत्याशियों और प्रदेश की जनता को लंबा इंतजार करना पड़ेगा। जिसका कारण सैनिकों के बैलेट पेपर इस बार चुनाव आयोग ने इलैक्ट्रॉनिक बैलेट पेपर के माध्यम से मंगवाए हैं। इलैक्ट्रॉनिक बैलेट पेपर के माध्यम से पहुंचे सैनिकों के वोटों की गिनती से पहले मतगणना में लगे कर्मचारियों को बैलेट पेपर की जांच के लिए आऊटसाइड कवर (30-सी) को स्कैन करना पड़ेगा, फिर उसकी डिक्लैटेशन करके उसे भी स्कैन करना पड़ेगा। उसके बाद इनसाइड कवर को स्कैन करना पड़ेगा तथा उसके बाद चौथी बार सैनिक के वोट को स्कैन किया जाए ताकि सैनिकों द्वारा भेजे वोट में किसी तरह का कोई फ्रॉड न हो सके। 

सारी प्रक्रिया में लग सकते हैं 7 से 8 घंटे
सारी प्रक्रिया को करने में करीब 7 से 8 घंटे तक लग सकते हैं। ऐसे में 18 दिसम्बर को ई.वी.एम. मतगणना के लिए 2 से 4 घंटे लगेंगे और 12 बजे तक ई.वी.एम. में पड़े वोटों की गिनती हो जाएगी लेकिन सैनिकों के वोटों की गिनती के लिए ज्यादा समय लगेगा, जिसके चलते फाइनल चुनाव नतीजे देर शाम 6 या 7 बजे घोषित होंगे। वहीं निर्वाचन तहसीलदार रतन जीत सिंह का कहना है कि इलैक्ट्रॉनिक बैलेट पेपर से इस बार सर्विस सैनिक वोटर अपना बैलेट पेपर भेज रहे हैं तथा क्यू.आर. कोड को जैनरेट करने के बाद सैनिक के बैलेट पेपर की 4 बार स्कैनिंग होने के बाद उसके वोट को डाला जाएगा ताकि किसी प्रकार का कोई फ्रॉड न हो। अगर किसी ने 2 बार बैलेट पेपर भेजा होगा तो उसका बैलेट पेपर रद्द कर दिया जाएगा।