बैलेट पेपर से चुनाव हों तो सरकार के षड्यंत्र से उठेगा पर्दा : राणा

Monday, Dec 14, 2020 - 04:14 PM (IST)

हमीरपुर : प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने ईवीएम को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि पूरे देश में केंद्र सरकार की छवि बिगड़ चुकी है, लेकिन ईवीएम की वजह से सरकार टिकी हुई है। उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी बैलेट पेपर से चुनाव करवाए गए हैं, वहां भाजपा का सूपड़ा साफ हुआ है। जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों में हुए विधानसभा उपचुनाव में ऐसी सीटों पर भी भाजपा को शिकस्त खानी पड़ी है, जहां वर्षों से भाजपा का गढ़ रहा है। पिछली बार लोकसभा चुनाव में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब कुल पड़े मतों के बाद मतगणना के दिन प्रत्याशियों को पड़े मतों का कुल योग अधिक हो गया। इन गड़बड़ियों की जांच की मांग उस समय उठाई भी गई, लेकिन चुनाव आयोग ने गंभीरता नहीं दिखाई।

उन्होंने कहा कि पिछले दिनों आयोजित सर्वदलीय बैठक में भी भाजपा को छोड़कर शेष सभी राजनीतिक पार्टियों ने ईवीएम को नकारते हुए बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की मांग उठाई थी। अगर सभी पार्टियां तैयार हैं तो भाजपा को ही ईवीएम से इतना प्रेम क्यों है। कहीं ऐसा तो नहीं है कि बैलेट पेपर से चुनाव करवाने से सरकार को अपनी पोल खुलने का डर है, जिससे सरकार घबराई हुई है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों व देश की जनता को एकजुट होकर ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर से चुनाव करवाने को लेकर मुहिम छेड़नी होगी, ताकि लोकतंत्र के ऊपर से जनता का विश्वास न उठे। ईवीएम हैक कर चुनाव जीतने वालों के इस षड्यंत्रकारी खेल से पर्दा उठाना समय की मांग है।

उन्होंने कहा कि किसान सड़कों पर अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है, जिनके लिए सरहदों पर सेवा दे रहे उनके सपूत भी प्रदर्शन करने को आतुर हैं। पंजाब पुलिस के डीआईजी रैंक के पुलिस अधिकारी ने इस्तीफा देकर किसानों का साथ देने का एलान किया है। पूरा देश वर्तमान सरकार के खिलाफ खड़ा है, क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था डांवाडोल है। महंगाई व बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है तथा टैक्सों में बेतहाशा बढ़ौतरी की जा रही है। आम व मध्यम वर्ग का जीना दुश्वार हो गया है। पूरे देश की जनता में सरकार के प्रति आक्रोश है, ऐसे में सवाल उठना लाजिमी लग रहा है कि ईवीएम हैकिंग की वजह से भाजपा अब तक जीतती आई है, क्योंकि सरकार वोट बैंक की बजाय ईवीएम की गड़बड़ियों से जीत रही है। अगर लोकतंत्र को टूटने से बचाने के लिए बैलेट पेपर से चुनाव करवाए जाएं तो सारा सच सामने आ जाएगा।
 

prashant sharma